क्या लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजय रथ रोकेंगी ये तीन देवियां!
2019 आम चुनाव में पीएम मोदी के लिए सबसे बड़ी चुनौती प्रियंका गांधी,ममता बनर्जी और मायावती को माना जा रहा है।
नई दिल्ली, रायटर्स। आम चुनाव में अब बस कुछ ही दिनों का वक्त बाकी रह गया है। चंद दिनों बाद तस्वीर साफ हो जाएगी कि देश की सत्ता पर कौन काबिज होगा। एक तरफ जहां सत्ताधारी एनडीए अपनी वापसी की कोशिशों में लगा है तो वहीं दूसरी तरफ विरोधी दल एकजुट होकर चुनावी मैदान में जाने की तैयारी में हैं। इसी कड़ी में अब कहा जा रहा है कि भारतीय राजनीति की शक्तिशाली महिलाएं मानी जाने वाली तीन महिलाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के लिए जीत में बड़ी चुनौती बनकर सामने आ सकती हैं। इन तीनों महिलाओं में सबसे पहले नाम प्रियंका गांधी का आता है। प्रियंका उस नेहरू-गांधी परिवार से आती है जिसने आजादी के बाद से देश पर काफी समय तक राज किया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बहन प्रियंका को इसी महीने पार्टी का महासचिव बनाकर उन्हें पूर्वी यूपी की जिम्मेदारी दी गई।
प्रियंका के अलावा पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती दो अन्य महिलाएं है जो मोदी को सत्ता से बेदखल करने के लिए विपक्षी एकता की बात कर रही हैं। हालांकि, अब तक ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ है। दोनों नेताओं को गठबंधन सरकार में संभावित प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर भी देखा जा रहा है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने पिछले महीने उत्तर प्रदेश में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया। वे खासतौर पर दलितों का प्रतिनिधित्व करती हैं जबकि समाजवादी पार्टी को निचली जातियों के साथ मुस्लिमों का समर्थन हासिल है। ममता बनर्जी गठबंधन सरकार में दो बार रेल मंत्री रही हैं। वर्ष 1997 में कांग्रेस पार्टी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस बनाने वाली ममता ने पिछले महीने कोलकाता में भाजपा विरोधी रैली का आयोजन कर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा था।
पिछले साल भाजपा छोड़ने वाले 81 वर्षीय पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा ‘एनडीए के मुकाबले विपक्ष के पास अधिक शक्तिशाली महिलाएं है और वे आम मतदाता खासकर महिलाओं को अपनी ओर खींच सकती हैं।’ उन्होंने यह भी कहा कि तीन हिंदी भाषी राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार के बाद उन्हें इसे लेकर चिंता करनी चाहिए।
प्रियंका की राजनीति में एंट्री ने मीडिया का ध्यान खींचा था। प्रियंका की तुलना उनकी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ की जाती है। — जागरण डॉटकॉम से साभार
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