Wednesday, November 14th, 2018

 

देवी देवता : जिनको पैदा होना था, वो हो लिए

कलर प्रिंटिंग प्रेस के कारण देश भर में देवता एक जैसे हो गए. राजा रवि वर्मा ने जैसी पेंटिंग बनाई, उसी के कलेंडर पहली बार बने और अब पूरा देश राम, लक्ष्मी, सरस्वती और कृष्ण को उसी रूप में जानता है, जैसा रवि वर्मा ने बनाया. जिनको पैदा होना था, वो हो लिए फिर कुछ देवता फिल्मों ने दिए. जैसे संतोषी माता और वैष्णो देवी. ये रहे होंगे पहले भी. लेकिन इनको राष्ट्रीय फिल्मों ने बनाया. ऑडियो और वीडिया कैसेट के जरिए वैष्णो देवी और साई बाबा गांव-गांव तक पहुंचे.Read More


अग्नि पुराण में पुआल जलाने की कथा

अग्नि पुराण में पराली या पुआल जलाने की कथा। पंडित वी. एस. पेरियार पराली जलाना किसानों की परंपरा है, कल्चर है, धर्म है, इसे रोकना उनकी आस्था का हनन है. एक बार अग्नि देवता किसानों से नाराज हो गये. उनके शाप से किसानों की फसल तैयार होते ही जल जाती थी. किसानों ने अग्नि देवता को खुश करने के लिए विशाल यज्ञ किया. अग्नि देवता ने प्रसन्न होकर वर दिया कि अब किसानों के अनाज को कोई नुकसान नहीं होगा परंतु किसानों को पराली जलाकर अग्नि देवता की भूख शांतRead More


ज्यादा बुरा कौन? फेक वेबसाइट्स या चैनल-अखबार?

बेहतर क्या? बल्कि ज्यादा बुरा कौन? फेक वेबसाइट्स या चैनल-अखबार? बहुजनों, एससी-एसटी-ओबीसी-माइनॉरिटी के लिए क्या फेक न्यूज और क्या असली न्यूज. जैसे फेक वेब साइट वैसे ही चैनल और अखबार. दोनों ब्राह्मण-बनियों के कंट्रोल में हैं. फेक न्यूज साइटों से ज्यादा नुकसान तो चैनल और अखबार करते हैं जो दावा करते हैं कि उनकी खबरें सही होती हैं. मंडल कमीशन के खिलाफ राममंदिर का पूरा आंदोलन फर्जी साइट्स ने नहीं, अखबारों और चैनलों ने चलाया. आरक्षण के खिलाफ माहौल अखबार और चैनल बनाते हैं. दंगे चैनल और अखबार कराते हैं.Read More


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