Friday, September 21st, 2018

 

शहाबुद्दीन के शॉर्प शूटर तबरेज आलम को गोलियों से भूना

बिहार कथा, पटना। पटना में दिनदहाड़े शहाबुद्दीन के शॉर्प शूटर (38वर्ष) तबरेज आलम को गोलियों से भून दिया गया। शुक्रवार दोपहर 3 बजे घटना तब हुई जब तबरेज आलम नमाज अदा कर वापस अपनी गाड़ी में बैठने जा रहा था। जैसे ही वह कोतवाली थाने की बाउंड्री से सटी सड़क पर पहुंचा और गाड़ी का गेट खोलने को आगे बढ़ा, बाइक सवार अपराधियों ने दनादन गोलियां बरसा दीं। एक बाइक पर दो की संख्या में आये नकाबपोश शूटरों ने उस पर छह राउंड गोलियां बरसायीं। गोली लगते ही तबरेज गिरRead More


मुहर्रम में भांजते थे बाबा धाम की लाठी

अरुण कुमार आज मुहर्रम है! नहीं पता कि मुहर्रम की शुभकामनाएं दी जाती है या कुछ और? जब तक गांव में था तब तक पता ही नहीं चला कि मुहर्रम हिन्दुओं का त्योहार है या मुसलमानों का। मेरे गांव अहियापुर में हकीम मियां ताजिया बनाते थे जिसे हमलोग ‘दाहा’ कहते थे। मेरे गांव में सभी जातियों के अलग-अलग टोले हैं लेकिन हकीम मियां का परिवार हमारी जाति के ही टोले में बस गया था। ऐसा कैसे हो गया किसी को नहीं पता। ‘दाहा’ बनाने का काम हकीम मियां दस-पन्द्रह दिनRead More


इमाम हुसैन की शहादत, सिर्फ मुसलमानों के लिए ही नहीं, पूरी मानवता के लिए हैं प्रेरणा का स्रोत

ध्रुव गुप्त  नेशनल स्पीक से साभार   इस्लामी वर्ष यानी हिजरी सन्‌ के पहले महीने मुहर्रम की शुरुआत हो चुकी है. इस महीने को इस्लाम के चार पवित्र महीनों में शुमार किया जाता है. अल्लाह के रसूल हजरत मुहम्मद ने इसे अल्लाह का महीना कहा है. इस पाक़ माह में रोज़ा रखने की अहमियत बयान करते हुए उन्होंने कहा है कि रमजान के अलावा सबसे अच्छे रोज़े वे होते हैं जो अल्लाह के महीने यानी मुहर्रम में रखे जाते हैं. मुहर्रम के दसवे दिन को यौमें आशुरा कहा जाता हैRead More


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