Saturday, September 1st, 2018
बिहार का गांव, यहां गूंजती है कृष्ण की बांसुरी की धुन
पूर्णिया. शैलेष। कोई भी कला, कोई भी विधा, जाति-धर्म में बंधी नहीं होती। खासकर भगवान कृष्ण की बात करें तो वो प्रेम का प्रतीक हैं। उन्हें हर धर्म-संप्रदाय के लोग मानते हैं। उन्होंने लोगों को प्रेम का मार्ग दिखाया और प्रेम करना सिखाया। एेसे ही कृष्ण को मानने वाले कुछ मुसलमान हैं जो प्रेम को ही अपना धर्म मानते हैं और कृष्ण की मुरली को बनाना और बजाना ही उनका पेशा है। पूर्णिया जिला मुख्यालय से 17 किलोमीटर दूर स्थित श्रीनगर प्रखंड में मुस्लिम समुदाय के लोग गुम हो रही बांसुरीRead More
‘खीर’ सी ‘खिचड़ी’ पका रहे हैं उपेंद्र कुशवाहा?
उमेश कुमार राय बिहार में यादव समुदाय की आबादी करीब 15 प्रतिशत और कुशवाहा समुदाय की करीब 8 फीसदी है. ऐसे में अगर उपेंद्र कुशवाहा लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए छोड़ कर राजद के साथ जाते हैं, तो भाजपा को बड़ा नुकसान हो सकता है. यदुवंशी (यादव) के घर के दूध और कुशवंशी (कुशवाहा) के घर के चावल से उत्तम खीर बनने की बात कह राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के मुखिया उपेंद्र कुशवाहा ने अटकलों का बाजार गर्म कर दिया है. बिहार के सीएम और मंडल आयोग के सूत्रधारRead More