Tuesday, July 10th, 2018

 

हमहुँ डाकू तुमहुँ डाकू कवना बात के हाला बा

अरुण कुमार 90 के दशक में बिहार में कुछ लोग कहते थे कि अमीरों और विशेषकर डॉक्टरों के यहां डकैती होती रहनी चाहिए क्योंकि इससे काला धन सर्कुलेशन में आता रहता है। जिस धन के संरक्षण और छुपाने के लिए अमीर लोग लगे रहते हैं वह किसी के काम में आने लगता है। मुज़फ्फरपुर के डॉक्टर रत्नेश कुमार के यहां डकैती की जितनी भी निंदा की जाए कम है। मेरी पूरी संवेदना उनके परिवार के साथ है। सुनने में आ रहा है कि डकैतों ने उनके घर से 45 लाखRead More


अब्दुल गफ़ूर : बिहार का एक ऐसा सीएम, जिसे दो ब्राह्मणों ने षड्यंत्र कर हटवा दिया था

स्मृति शेष  अब्दुल गफ़ूर बतौर मुख्यमंत्री 2 वर्षों तक रहे. वह 2 जुलाई 1973 से 11 अप्रैल 1975 तक बिहार के सीएम रहे। 1975 में तत्कालीन प्राधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उनकी जगह जगन्नाथ मिश्रा को मुख्यमंत्री बनवा दिया. कहा जाता है कि गफूर के खिलाफ उनके ही दल में बड़ी साजिश की गयी जिसका उन्हें बखूबी एहसास था. केदार पाण्डे और जगन्नाथ मिश्र के बीच अब्दुल गफ़ुर पीस कर रह गए पर उन्होने हार नही माना. 1984 मे कांग्रेस के टिकट पर सिवान से जीत कर सांसद बने और वेRead More


Share
Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com