आरटीआई एक्टिविस्ट से मांगी रंगदारी! जान से मारने की दी धमकी, पिस्तौल दिखा रुपये भी लूटे, प्राथमिकी दर्ज
पटना (के.एन. सिंह): बिहार में आए दिन जहां आरटीआई कार्यकर्ताओं की हत्या का मामला दिनोंदिन प्रकाश में आ रहा है। इसको लेकर सरकार और जिलों की प्रशासनिक व्यवस्था किसी भी प्रकार से मुस्तैद नही दिख रही। यहां तक कि पुलिस आरटीआई एक्टिविस्टों की हत्याओं को लेकर अभीतक किसी भी मामले में न जांच गठित करती दिख रही है। नाही मामले में संज्ञान लेकर ठोस कदम उठाने को तैयार है। जिससे आरटीआई कार्यकर्त्ताओं के हत्यारों का खुलासा हो सके और उनकी गिरफ्तारी हो सके। वहीं प्रशासन के इस लचर व्यवस्था को लेकर अपराधी खुलेआम आरटीआई कार्यकर्ताओं को धमकी दे रहे है साथ ही उनसे रंगदारी की भी मांग कर रहे है तथा पूर्ति नही किये जाने पर उनकी हत्या तक को अंजाम दे रहे है। वहीं इसी क्रम में कुछ दिनों पूर्व से आरटीआई एक्टिविस्ट तथा नेशनल आरटीआई फोरम के अध्यक्ष ए.पी. गौतम को भी कुछ बदमाशों ने धमकी उनके द्वारा अस्पताल संबंधित सूचना में जनहित याचिका दायर किये जाने पर उसे उठाने को लेकर दी। साथ ही उसकी क्षतिपूर्ति की बात कर 10 लाख रुपये रंगदारी की मांग करने लगे। इसे लेकर अध्यक्ष ए. पी. गौतम ने इसकी शिकायत स्थानीय थाना तथा एसएसपी और डीआईजी को की थी। लेकिन प्रशासन द्वारा इस पर किसी भी तरह की संज्ञान नही लेने पर अपराधियों का मनोबल बढ़ा और जब मंगलवार को जब गौतम अपने निजी एवं सूचना आयोग के कार्यों का निपटारा कर हाजीपुर स्थित घर वापस लौट रहे थे। तभी संध्या 4 बजे दीघा नहर वाली सड़क जो दीघा होते हुए जेपी सेतू जाती है के करीब दीघा सड़क से तकरीबन 200 कदम पहले दो बाइक पर सवार कुछ अपराधियों ने उन्हें (जो काले रंग की पल्सर तथा ब्लू कलर की पैशन से थे) घेर लिया। जिसमें से एक की पहचान श्रीगौतम ने संजय कुमार पिता – रामग्रह सिंह, ग्राम+पो. – दनियावा जिला पटना का रहने वाले के रूप में कर ली। वहीं बाइक सवारों में से संजय ने श्रीगौतम को भद्दी गाली देते हुए सर पर पिस्तौल तानकर मार देने की बात कहते हुए उनके शर्ट की जेब से 12,300 रुपया निकाल लिया तथा श्रीगौतम द्वारा अस्पताल संबंधित सूचना बंद करने एवं जनहित याचिका सीडब्ल्यूजेसी 6201/2018 को खत्म करने के लिए कहा। साथ ही अस्पताल तथा डॉक्टर को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के एवज में पूर्व से मांगी गई 10 लाख रुपए रंगदारी की मांग करने लगा। और नही देने आरटीआई एक्टिविस्ट राजेन्द्र और जयंत कुमार की तरह हत्या कर देने की बात कही है। वहीं संजय ने खुलकर कहते हुए कहा कि हम पर गोपालपुर थाना में रंगदारी का केस है तथा आज तक मेरा कुछ नहीं बिगड़ा। तो तुम क्या बिगाड़ोगे। इससे साफ जाहिर होता है कि अपराधियों में पुलिस के नाम की खौफ ही नही है। वहीं संजय ने यह कहते हुए भी धमकी दिया कि अगली बारी तुम्हारी है। तुम और तुम्हारा फोरम का विधि परामर्शी धनंजय कुमार मिल कर पैसे का इंतजाम कर लो नहीं तो दोनों को मार कर फेंक देंगे। इसको लेकर फोरम के अध्यक्ष श्रीगौतम ने दीघा थाने में अपने जान-माल की रक्षा की गुहार लगाते हुए संजय कुमार सहित चार अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज कराई है।
Related News
क्राइम कन्ट्रोल का बिहार मॉडल !
क्राइम कन्ट्रोल का बिहार मॉडल ! पुष्यमित्र आनंद मोहन, पप्पू यादव, शाहबुद्दीन, मुन्ना शुक्ला, अनंतRead More
बेटी का अपहरण करने आए वांटेड क्रिमिनल से अकेले भिड़ गई मां
महिला ने बदमाश से छीने हथियार, हथियार के साथ पकड़ाए दो अपराधी झाझा (जमुई)। बिहारRead More
Comments are Closed