बच्चों को इंजीनियर बनाने की जिद करने वाले लोग इस खबर को पढें!

भागलपुर में 314 प्लस टू अतिथि टीचरों के लिए 14 हजार से अधिक बीटेक डिग्रीधारी लाइन में

पुष्य मित्र
खबर आई है कि भागलपुर जिले में 314 प्लस टू अतिथि शिक्षकों के साक्षात्कार में 14 हजार से अधिक बीटेक डिग्रीधारियों ने आवेदन किया है। क्या कोई पार्टी महज एक जिले के इन 14 हजार बीटेक डिग्रीधारियों से बात करेगी? उनसे पूछेगी कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि आप बीटेक करने के बाद भी सरकारी स्कूल में अतिथि शिक्षक बनने की मारामारी का हिस्सा बन गये हो? आपने लाखों खर्च करके क्या पढ़ाई की कि न आपको ढंग की नौकरी मिली, न स्वरोजगार करने का हौसला।
यह खबर उन अभिभावकों के लिये है जो अपने बच्चों को डॉक्टर या इंजीनियर ही बनाने की जिद कर बैठे हैं। ध्यान रखिये, आपकी इस जिद से कोचिंग वालों और बीटेक कॉलेज वालों के सिवा किसी का भला नहीं हो रहा। बच्चों को ऐसी शिक्षा दिलाइये जो उसमें हुनर और आत्मविश्वास का संचार कर सके। स्टेटस मेंटेन करने के लिये कर्ज लेकर इंजीनियर बना देना ही सबसे बेहतर रास्ता नहीं है।
( वरिष्ठ पत्रकार Pushya Mitra के फेसबुक वाल से साभार )






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