Wednesday, May 10th, 2017
महाबोधि मंदिर को पुनर्प्रतिष्ठित करने में श्रीलंकाई बौद्ध भिक्षु ने खपा दिया था जीवन
बुद्ध पूर्णिमा पर विशेष : पुष्यमित्र एक श्रीलंकाई बौद्ध भिक्षु, जिसका नाम अनागरिक धर्मपाल था. 21 जनवरी, 1891 को अपने धर्म के सबसे महान तीर्थ महाबोधि मंदिर की यात्रा पर आया था. यह वही जगह थी, जहां गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. उसके समुदाय के लोग मानते थे कि सभी बुद्धों को यहीं ज्ञान की प्राप्ति हुई है. वह उस जगह जाकर अपने पूज्य के साथ एकात्मक महसूस करना चाहता था. मगर जब वह वहां पहुंचा, तो वहां की स्थिति देख कर परेशान हो उठा. अगले दिनRead More
आरटीआई में जवाब देने में आनाकानी करने वाले छह रेल अफसरों पर 25-25 ह जार का जुर्माना
बिहार कथा न्यूज नेटवर्क. हाजीपुर. केन्द्रीय सूचना आयोग ने सूचना का अधिकार (आरटीआई) कानून के तहत ससमय जवाब नहीं देने पर पूर्व मध्य रेलवे के छह अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए उन पर पच्चीस-पच्चीस हजार रुपये का जुर्माना किया है। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि तीन वर्ष पहले खगड़यिा के आरटीआई कार्यकर्ता शैलेन्द्र सिंह ने पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर से आवेदन के जरिए 11 बिंदुओं पर सूचना देने का आग्रह किया था। हालांकि तीन वर्ष का लंबा समय बीत जाने के बावजूद संबंधित अधिकारियों ने श्री सिंहRead More
माफियाओं के डर से बिहार के आईएएस ने बदलवाया अपना कैडर
बिहार कथा. पटना. बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी डॉ जितेंद्र गुप्ता ने माफियाओं के डर से अपना कैडर बदलवा लिया है. उनका कैडर बदल कर हरियाणा ट्रांसफर करने का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया है. डॉ जितेंद्र गुप्ता ने पत्थर माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाकर चर्चा में आए थे. अपनी पहली पोस्टींग के क्रम में ही उनपर रिश्वत लेने का आरोप लगा था. इसके बाद वे सुप्रीम कोर्ट की शरम में चले गए थे। सुप्रीम कोर्ट में डॉ जितेंद्र गुप्ता ने अपना कैडर बदलने की गुहार लगाते हुए कहा थाRead More
सांसद जनकराम को निचा दिखा कर मिथलेश तिवारी का कद बढ़ा गए राजीव प्रताप रूडी!
कार्यालय संवाददाता, बिहार कथा गोपालगंज। मंगलवार को थावे-मशरक रेलखंड के उद्घाटन के मौके पर थावे जंक्शन पहुंचे केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रुड़ी का थावे जंक्शन पर भव्य स्वागत किया गया। थावे जंक्शन पर पहुंचने के बाद केंद्रीय मंत्री ने आम लोगों को आश्वासन दिया कि जल्द ही थावे से छपरा होते हुए लंबी दूरी की ट्रेनों का भी परिचालन प्रारंभ किया जाएगा। साथ ही कार्यक्रम को संबंधित करते हुए उन्होंने जाने-अनजाने में एक ऐसे वाक्य का प्रयोग किया, जिससे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से गोपालगंज के सांसद जनकराम को कमRead More
बेगूसराय : शराब के लिए पैसे नहीं दिए तो बीवी को बोला तीन बार तलाक
बिहार कथा. बेगूसराय. बिहार में बेगूसराय जिले के वीरपुर थाना क्षेत्र में एक महिला को कथित तौर पर तीन बार ‘तलाक’ बोलकर छोड़ देने का मामला प्रकाश में आया है. बताया जाता है कि महिला ने अपने शौहर को शराब पीने के लिए पैसे नहीं दिए, जिसके बाद उसने पत्नी को ‘तीन तलाक’ दे दिया. पुलिस ने इस सिलसिले में पत्नी को प्रताड़ित करने के आरोप में पति को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के अनुसार, वीरपुर पश्चिमी पंचायत की रहने वाली रुबेदा खातून का 22 साल पूर्व मोहम्मद शकीलRead More
नीतीश सरकार से शहीद परिवार को मिला पांच लाख का चैक बाउंस
बिहार कथा न्यूज नेटवर्क. पटना. सुकमा में नक्सली हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान रंजीत कुमार के परिवार को दिया गया मुआवजे का चेक बाउंस हो गया है. शेखपुरा के डीएम ने पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक परिवार को दिया था, लेकिन एचडीएफसी बैंक का ये चेक बाउंस हो गया है. शहीद का परिवार इससे आहत है तो जिला प्रशासन इस मामले में बैंक की गलती होने की सफाई दे रहा है. गौरतलब है कि रंजीत कुमार का पैतृक गांव फुलचोड़ में है. 26 साल के रंजीतRead More
बिहार : पत्नी की विदाई नहीं होने से आहत किशोर ने खूंटे से की पीट-पीटकर नाबालिग की हत्या
जमुई बिहार में जमुई जिले के लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र सिझुआ गांव में एक अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है जहां पत्नी की विदाई नहीं होने से आहत एक किशोर से एक नाबालिग को पीट-पीट कर मार डाला। पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि जिले के समुहाडीह गांव निवासी आदिवासी किशोर तेतरा कोड़ा (13 वर्ष) की शादी पिछले साल सिझुआ गांव की रहने वाली एक लड़की से हुयी थी। किशोर पत्नी की विदाई कराने के लिये सिझुआ गांव आया जहां उसका विदाई कराने को लेकर अपने ससुर से विवाद हो गया।Read More
अंगुलीमाल होती क्रूर डकैत दुनिया को चहिए बुद्ध
बुद्ध पूर्णिमा पर विशेष डा. सुरजीत कुमार सिंह आज हमारी सम्पूर्ण मानव सभ्यता को यह विचार करने की आवश्यकता है कि हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को कैसी दुनिया छोड़कर जा रहे हैं? जिस तरह की विविधता भरी मनोरम, सुरम्य और सुंदर प्राकृतिक संसाधनों से भरी दुनिया हमारे पूर्वजों ने हमारे लिए छोड़ी थी, आज वह वैसी बिल्कुल नहीं रह गयी है. हमने पिछली एक-दो शताब्दी से प्राकृतिक संसाधनों का इतनी निर्ममता से दोहन किया है कि आज हमारी इस खूबसूरत दुनिया की हालत बहुत चिंताजनक है. हम सब औरRead More