शरद यादव हो सकते हैं राष्ट्रपति के लिए संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार

बिहार कथा
नई दिल्ली। भारत के वर्तमान राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का कार्यकाल इस साल जुलाई में समाप्त हो रहा है। इसके पहले ही देश के अगले राष्ट्रपति का चुनाव होना है। जहां एक ओर सरकार अपने उम्मीदवार पर फिलहाल पत्ते नहीं खोल रही है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष अपनी तैयारी में लग गया है। इस बीच खबर है कि जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी खुद इस मुहिम की अगुवाई कर रही हैं। वो इस सिलसिले में कई विपक्षी नेताओं से मिल रही हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस जदयू नेता शरद यादव को उम्मीदवार बनाने के पक्ष में है। पिछले दिनों सोनिया गांधी और शरद यादव के बीच मुलाकात के बाद ये अटकलें और तेज हुई हैं।
इस बारे में शरद यादव से बात करने पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनावों के लिये विपक्ष का संयुक्त उम्मीदवार, भाजपा को चुनौती देने के लिये गैर-भाजपाई दलों के बीच एकता की शुरुआत होगी। शरद यादव को विपक्ष के संभावित उम्मीदवारों में से एक के तौर पर देखा जा रहा है। यादव ने कहा कि इस कवायद की सफलता देश भर में चल रहे भाजपा के उफान को थामने में बड़ा कदम साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और दिल्ली नगर निगम चुनावों में हाल में भाजपा को मिली बड़ी जीत के पीछे मुख्य वजह गैर-भाजपाई वोटों में बंटवारा है। ऐसे में विपक्ष में एकता वक्त की मांग है। यादव से जब यह पूछा गया कि ऐसे कौन-कौन से प्रमुख विपक्षी दल हैं जिनके भाजपा के नेतृत्व वाले राजग उम्मीदवार के खिलाफ इस चुनाव में साथ आने की उम्मीद है, तो उन्होंने कहा कि हम कोशिश कर रहे हैं कि राष्ट्रपति चुनावों के लिये जितना संभव हो सके उतने दलों को एक मंच पर लायें।  यह पूछे जाने पर कि राष्ट्रपति चुनाव के लिये विपक्ष का उम्मीदवार कौन हो सकता है, उन्होंने कहा कि नाम पर बाद में चर्चा की जाएगी क्योंकि अभी पहली प्राथमिकता इन दलों को साथ लाने की है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी को लेकर खबरों का पहले की खंडन कर चुके हैं. शरद यादव ने हालांकि अपनी उम्मीदवारी की संभावना पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। ज्ञात हो कि दो दिन पहले शरद यादव ने छत्तीसगढ़ दौरा कर यहा के विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात की है. छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम अजीत जोगी से भी बंद कमरे में लंबी बातें हुईं. इनपुट साभार नेशनल दस्तक






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