रघुनाथ झा गोपालगंज में छह कट्ठा का मकान लालू को देकर बने थे केंद्र में मंत्री
बिहार कथा न्यूज नेटवर्क. पटना.
पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने लालू परिवार की तरफ से एक दूसरे पर आरोप प्रत्याप का दौर थमा नहीं है.आरोपों की अगली कड़ी में सुशील मोदी ने आरोप लगाया है कि लालू प्रसाद ने केन्द्र की यूपीए सरकार में मंत्री बनाने के बदले रघुनाथ झा से उनका मकान अपने पुत्रों के नाम करवाया. मोदी ने दावा किया कि यहा मामला वर्ष 2005 का है, जब लालू ने रघुनाथ को केन्द्र की मनमोहन मंत्रिमंडल में जगह दिलवाई.मोदी ने कहा कि रघुनाथ झा का गोपालगंज में छह कट्ठे में तीन मंजिला मकान था. 2004 में जब केन्द्र में यूपीए की सरकार बनी तो लालू प्रसाद ने रघुनाथ झा को मंत्री बनने का ऑफर इस शर्त पर दिया कि वे अपना मकान उन्हें दें. रघुनाथ झा ने उन्हें अपना मकान गिफ्ट कर दिया।दस्तावेज के मुताबिक एक जमीन के लिए जिसका खाता, खेसरा और रकबा सामान था। बावजूद इसके रजिस्ट्री के लिए दो डीड बनाये गए। यानी रजिस्ट्री की सरकारी दर कम करने के लिए दो डीड पर रजिस्ट्री किया गया। रजिस्ट्री के दौरान एक डीड में आधे जमीन की कीमत 6 लाख 50 हजार रुपये और 500 स्कवायर फीट में बंगले की कीमत 2 लाख 25 हजार रुपये इस तरह दोनों डीड में रजिस्ट्री की कुल कीमत 17 लाख 50 हजार रुपये आंकी गयी है। उस समय रघुनाथ झा राजद से बेतिया के टिकट पर जीत कर लोकसभा पहुंचे थे. इससे पहले वे गोपालगंज से लोकसभा सांसद चुने गए थे. बाद में यह सीट आरक्षित होने के कारण बेतिया से चुनाव लड़ कर लोकसभा पहुंचे थे. इनके खिलाफ जदयू से फिल्म निर्माता प्रकाश झा ने चुनाव लड़ा था. रघुनाथ झा ने यह मकान गोपालगंज के सांसद रहते हुए बनाया था.27 साल तक शिवहर से विधायक रहे रघुनाथ झा लालू और राबड़ी की सरकार में ताकतवर मंत्री हुआ करते थे. चारा घोटाले में लालू जब जेल जा रहे थे तब रघुनाथ झा ने ही कहा था कि लालू को छूने की कोशिश की तो बिहार में खून की नदियां बहा देंगे. रघुनाथ झा के इस बयान के बाद ही लालू की गिरफ्तारी से पहले बिहार में सेना की तैनाती की गई थी. 1998 में नीतीश की समता पार्टी में शामिल होने के बाद रघुनाथ झा विधानसभा का उपचुनाव शिवहर से हार गए. इसके बाद 1999 में गोपालगंज से समता पार्टी के टिकट पर सांसद का चुनाव जीते. 2004 में रघुनाथ झा आरजेडी में आ गए. और बेतिया से लालू की पार्टी के टिकट पर जीतकर सांसद बन गए. यूपीए वन में रघुनाथ झा केंद्र में मंत्री भी बने. रघुनाथ झा का इतिहास दल बदल का रहा है. बिहार की राजनीति में उन्हें सबसे बड़ा दलबदलू कहा जाता है.
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