हार रे भागलपुर यूनिवर्सिटी! हिंदी का पेपर छापना भूल गया

विश्वविद्यालय के कुलपति हैं नलिनीकांत झा
भागलपुर. ए. क्­या आपने कभी ऐसा कोई मामला देखा है जब पेपर देने छात्र पहुंच जाएं, पर टीचर्स के पास क्­वेश्­चन पेपर ही ना पहुंचे. जी हां, ऐसा हुआ है. ये मामला है तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय का. खबरों के मुताबिक, बिहार की इस यूनिवर्सिटी में एमए करने वाले छात्रों का पेपर कैंसल कर दिया गया. पेपर कैंसिल करने का कारण पेपर का लीक होना नहीं बल्कि क्­वेश्­चन पेपर ही ना छप पाना था.
खबरों के अनुसार, हिंदी से एमए कर रहे 94 छात्रों को प्रश्न पत्र नहीं बांटे जा सके. कारण बताया गया कि प्रिंटिंग प्रेस तक पेपर नहीं पहुंच पाया और इस कारण उसे प्रिंट ही नहीं कराया जा सका. बस फिर क्­या था, छात्रों को लौटा दिया गया और पेपर कैंसिल कर दिया गया. अब इस परीक्षा की अगली तारीख इसी माह 22 अप्रैल को निर्धारित की गई है. यून­विर्सिटी के कुलपति नलिनीकांत झा ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और संबंधित स्­टाफ को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है.






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