मैरिज ब्यूरो वाले से हुआ प्यार, पति से छोड़ कर हुई फरार!

काजल कुमारी
भागलपुर. मैरेज ब्यूरो में एक रिश्तेदार की शादी की जानकारी देने पहुंची नवविवाहिता मैरेज ब्यूरो वाले से ही दिल लगा बैठी और प्यार की मीठी बातों से शुरू हुआ सिलसिला कुछ इस कदर परवान चढ़ा कि अपने पति और ससुराल को छोड़ वह मैरेज ब्यूरो वाले प्रेमी संग फरार हो गई।
कुछ यूं हुई प्यार भरी बातें
हैलो, आपकी आवाज तो बहुत प्यारी है। जरूर आप दिखने में भी खूबसूरत होंगी। अरे, खूबसूरती से क्या होता है। आप मुझे अच्छी लगती हैं।

हैलो, मैं तो पति के प्यार के लिए तरस गयी हूं। मेरे पति को मुझसे नहीं बल्कि नशे से प्यार है।

हैेलो, आपकी जैसी पत्नी हो तो मैं हमेशा आपके पास ही रहूंगा।

अाप तो बस ऐसे ही बोलते हैं।

अरे नहीं, आप हां कहिये तो मैं आपको अपने साथ रखने को तैयार हूं। आप आइए मैं तैयार हूं।

इन प्यार भरी बातों से हुई शुरुआत और भागलपुर के सुरखीकल की विवाहिता और पटना स्थित शुभ रिश्ते मैरेज ब्यूरो के अशोक कुमार महतो के बीच आवाज की तारीफ से शुरू हुई ये बातचीत प्यार तक पहुंचते हुए सारी हदों को पार कर विवाहिता को पति एवं ससुराल और अशोक को घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया।
विवाहिता को घर में एक लड़की के रिश्ते के लिए लड़के की तलाश थी तो उसने मैरेज ब्यूरो कॉल किया और रिश्ते की तलाश में शुरू हुआ कॉल का सिलसिला इस हद तक आ पहुंचा कि मैरेज ब्यूरो का स्टाफ अशोक विवाहिता को 29 मार्च को पटना ले भागा।
तिलकामांझी पुलिस ने पटना के जयप्रकाश नारायण नगर से दोनों को बरामद किया और भागलपुर ले आयी। बाद में कोर्ट ने महिला के प्रेमी को जेल भेज दिया व महिला को उसके प्रेमी के परिजन ले गये।
सुरखीकल की रहने वाली विवाहिता की लगभग आठ साल पहले सुरखीकल के रहने वाले रूपेश झा से शादी हुईलड़की मुंगेर की संदलपुर की रहने वाली है। रुपेश झा शराब मामले में जेल में है। विवाहिता को ससुराल में पति के अलावा किसी और से कोई शिकायत नहीं है। उसका कहना है कि उसका पति रुपेश नशेड़ी है। उसे नशे की ऐसी लत है कि उसके आगे उसके लिए किसी का कोई महत्व नहीं। यही वजह है कि अशोक से बात करते हुए उसे अपनापन महसूस हुआ और वह उसके साथ चली गयी।
अशोक 29 मार्च को सुरखीकल की महिला को साथ लेकर भाग तो गया पर उसे इस बात का भय सता रहा था कि उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज हो सकती है और इस मामले से संबंधित खबर अखबार में छप सकती है।वह इसको लेकर सतर्क था।
अशोक रोज सुबह इंटरनेट पर भागलपुर से छपने वाले सभी अखबार पढ़ता था। इतना ही नहीं ऑनलाइन एफआइआर की स्थिति का भी जायजा लेते रहता था कि पता चले कि उसके खिलाफ कहीं एफआइआर दर्ज हुआ है या नहीं। अशोक को इस बात का पता नहीं चले कि उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है और पुलिस की उसपर नजर है इस बात को छिपाने की पूरी कोशिश की गयी। उससे लड़की के रिश्ते को लेकर भागलपुर से कॉल जाता रहा ताकि वह निश्चिंत रहे। आखिरकार पुलिस उसतक पहुंच ही गयी और उसे गिरफ्तार कर लिया।
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