Wednesday, March 8th, 2017

 

हिंदी की स्थिति को जानिए अतीत के आइने से

सेठ गोविन्ददास (बिहार राष्ट्रभाषा परिषद के नवम वार्षिकोत्सव (1960-62 )में सभापति-पद से सेठ गोविन्ददास का व्याख्यान) सर्वप्रथम मेरा यह कर्त्तव्य है कि प्राचीन और वर्त्तमान बिहार की पुण्यभूमि को नमन करूँ, जिस भूमि पर महाराजा विदेह, जगज्जननी महारानी सीता, तीर्थंकर महावीर स्वामी, भगवान् बुद्ध, सम्राट् चन्द्रगुप्त और सम्राट् अशोक ने जन्म लिया। आपने इस अधिवेशन का सभापति बनाकर मेरा जो सम्मान किया है, उसके प्रति आपका हृदय से आभारी हूँ। मेरा विचार है कि आपने मुझे यह सम्मान केवल इस कारण प्रदान नहीं किया है कि मैं हिन्दी-साहित्य की कुछRead More


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