कोर्ट के आदेश पर जेल में हुआ ‘कबूल है…कबूल है’

unique marriage in Central jail Muzaffarpurमुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर में प्यार की एक अलग कहानी देखने को मिली। शहीद खुदीराम बोस सेंट्रल जेल में कोर्ट के आदेश पर प्रेमी-प्रेमिका की शादी कराई गई, जिसके गवाह बने जेलर, कैदी और लड़की के परिजन। दरअसल, जिले के वाजितापुर की रहने वाली सैदा खातून और डेलुआ निजामुद्दीन के बीच निकाह तय हुआ था। लेकिन निजामुद्दीन के परिवार वाले दहेज की मांग कर दी और निकाह से इनकार कर दिया। इसके बाद सैदा खातून के परिवार वालों ने निजामुद्दीन के परिवार वाले के खिलाफ केस कर दिया। इस दरम्यान भी दोनों के बीच बातचीत होती रही और दोनों में प्यार हो गया। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने उसे आठ माह पहले गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। फिर, निजामुद्दीन जेल से कोर्ट को सैदा खातून से निकाह करने के लिए पत्र लिखा। जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर जेल में दोनों का निकाह करवाया गया।






Related News

  • लोकतंत्र ही नहीं मानवाधिकार की जननी भी है बिहार
  • भीम ने अपने पितरों की मोक्ष के लिए गया जी में किया था पिंडदान
  • कॉमिक्स का भी क्या दौर था
  • गजेन्द्र मोक्ष स्तोत्र
  • वह मरा नहीं, आईएएस बन गया!
  • बिहार की महिला किसानों ने छोटी सी बगिया से मिटाई पूरे गांव की भूख
  • कौन होते हैं धन्ना सेठ, क्या आप जानते हैं धन्ना सेठ की कहानी
  • यह करके देश में हो सकती है गौ क्रांति
  • Comments are Closed

    Share
    Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com