छपरा के मुकेश शर्मा ‘बीबीसी हिंदी’ के सबसे कम उम्र के संपादक
छपरा. biharkatha.com मुकेश शर्मा के रूप में ‘बीबीसी हिंदी’ को अपना नया युवा संपादक मिल गया है। गौर करने वाली बात ये है कि बीबीसी हिंदी सर्विस के इतिहास में मुकेश शर्मा सबसे कम उम्र के संपादक हैं। उन्होंने यहां निधीश त्यागी की जगह ली है, जिन्होंने इस साल सितंबर महीने में बीबीसी को अलविदा कहा था। मूलरूप से बिहार, छपरा के रहने वाले मुकेश शर्मा का जन्म 1979 में हुआ और उन्होंने इंटरमीडिएट तक की शिक्षा यूपी के लखनऊ स्थित महानगर ब्वॉयज इंटर कॉलेज से की। इसके बाद उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से साल 1999 में स्नातक किया। साल 2001 में उन्होंने नई दिल्ली में आईआईएमसी पीजी डिप्लोमा किया। वे इस बैच के टॉपर रहे।
देश के प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन’ (आईआईएमसी) के साल 2001 बैच के छात्र रह चुके मुकेश शर्मा ने अपने करियर की शुरुआत न्यूज एजेंसी ‘यूनिवार्ता’ से की और वे यहां साल 2003 तक रहे। इस बीच उन्होंने स्पोर्ट्स, इंटरनेशनल और जनरल डेस्क पर अपना योगदान दिया। इसके बाद उनका चयन बीबीसी के लिए हो गया और वे लंदन चले गए, जहां वे साल 2007 तक बतौर प्रड्यूसर काम करते रहे। इस दौरान उन्होंने कई विशेष सीरीज की, जिन्हें काफी सराहा गया और दुनियाभर के संस्थानों ने उनके कई रेडियो पैकेज को पुरस्कृत किया। जब पूर्वोत्तर में हिंंसा चरम पर थी तब वहां के जंगलों में जाकर उन्होंने रिपोर्टिंग की। इसके अलावा ‘गंगोत्री से गंगा की यात्रा’ और ‘ग्लेशियर’ पर उनकी सीरीज की चर्चा दुनिया भर में हुई। जलवायु परिवर्तन पर बनी इस सीरीज को बीबीसी के अलावा कई अंतरराष्ट्रीय संस्थानों ने पुरस्कृत किया।
साल 2007 में भारत आने के बाद वे स्पोर्ट्स डेस्क के इंचार्ज बने। बतौर स्पोर्ट्स एडिटर उन्होंने 2007 में चीन के ग्वांगझो में हुए एशियाड की रिपोर्टिंग की। मुकेश शर्मा की गिनती ऐसे पत्रकारों में की जाती है, जिन्हें हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में रिपोर्टिंग करने में महारथ हासिल है।
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