सिवान : बच्चे नीचे बैठ कर पढ़ने को मजबूर , हाई स्कूल को लेकर ग्रामीणों का हंगामा
सिवान/गुठनी. (biharkatha.com ) के बलुआ गांव में सोमवार को गाँव राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय को हाई स्कूल बनाने को लेकर ग्रामीणों ने हंगामा किया,नाराज ग्रामीणों का कहना था कि प्रखण्ड के सबसे पहले निर्मित इस स्कूल को आज तक हाई स्कूल बनाने की कोई अनुसंशा नहीं हुई,जबकी आजादी के बाद यह प्रखण्ड का पहला स्कूल है,जहाँ पढ़ने के लिए मैरवा, दरवलि ,तथा प्रखण्ड के कई गाँव व दूर दराज से लोग आकर यहाँ पढाई करते थे,यहाँ पढ़ने वाले कई लोग राज्य व केंद्र सरकार के विभागो में बड़े अधिकारी,व कर्मचारी है,इसके बावजूद आज तक इस बिद्यालय को हाई स्कूल का दर्जा नहीं मिला,इस बिद्यालय में कुल 635 बच्चे पढ़ते है,यहाँ अध्यपको की संख्या 5 है,वही 635 बच्चो को पढ़ने के लिए मात्र 3 कमरे ही है,बच्चो को बाहर बरामदे मे बैठा कर पढ़ाया जाता है,ग्रामीणों का आरोप था कि बिभाग को इसके नए भवन बनाने को लेकर कई बार आवेदन दिया गया,लेकिन आज तक इस पर कोई करवाई नहीं किया गया,बच्चो को सबसे ज्यादे परेशानी बरसात व ठण्डी के समय होती है,सबसे बड़ी बात तो यह है कि उर्दू स्कूल होते हुए भी आज तक इसमें उर्दू के टीचर्स की कमी है,ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इसके बारे में मुख्य मन्त्री, सिक्छा निदेशक,डीएम, डीईओ,बीइओ,विधायक,एमपी,सहित कई लोगो को जानकारी दी गई,पर आज तक इसपर कोई उचित करवाई नहीं की गई,लोगो में आकोर्ष इस बात पर भी था कि गांव के कई लोग आईएएस,पीसीएस,डॉक्टर,इंजीनियर,कर्नल, उद्योगपति,सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए भी आज तक इसके लिए कुछ भी नहीं किए, सरकार जहा एक तरफ उच्च सिक्छा की बात करती है,वही दूसरी तरफ सिक्छा के नाम पर लोगो को गुमराह भी कर रही है,लोगो में डब्लू तिवारी,विकाश प्रजापति,प्रिन्स तिवारी,मुकेश,संदीप मनीष,अरविन्द,जयप्रकश,इरफ़ान,महमूद आलम,अमरनाथ प्रजापति,पारस यादव सहित कई ग्रामीण मौजूद थे, प्रधानाधयापक रामकृपाल सिंह ने बताया कि इसके बारे में लिखित जानकारी बिभाग को दे दिया गया है,व जल्द ही नए कमरो को बनवाया जाएगा.
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