शपथ-पत्र बनवाकर मां ने पुत्र को रसूखदार को सौंपा

जवानी की दहलीज पर पता चला कि जिसे वह पिता मानता आया, वह उसके पिता नहीं
संजीव सौरभ.खगडिय़ा ( biharkatha.com )। सबलपुर गांव के रणधीर कुमार को जवानी की दहलीज पर पता चला कि जिसे वह पिता मानता आया है, वह उसके पिता नहीं हैं। उसकी मां ने गांव के ही एक व्यक्ति को उसका पिता बताया है। इसके बाद रणधीर अपना हक पाने के लिए अधिकारियों से लेकर पीएमओ तक फरियाद कर चुका है। सबलपुर गांव मोरकाही थाना क्षेत्र में आता है। यहीं के रणधीर कुमार की मां ने उससे कहा है कि वह गांव के ही एक रसूखदार व्यक्ति का पुत्र है। मां ने नोटरी पब्लिक के माध्यम से एक शपथ-पत्र बनवाकर भी पुत्र को सौंपा है। युवक जिले के तमाम अधिकारियों को इस संबंध में आवेदन सौंप चुका है और इसी साल चार फरवरी को पीएमओ को भी एक खत भेजा है।
प्रधानमंत्री ने नाम लिखे खत में उसने कहा है कि उसे अपने घर में रहने में ग्लानि महसूस हो रही है। उसे पता चला है कि गांव के ही एक व्यक्ति उसके पिता हैं। उसने आगे पूछा है, मेरा जन्म लेना अपराध तो नहीं है? मेरे पास मुकदमा लडऩे के पैसे नहीं हैं कि मां द्वारा बताए गए अपने पिता से न्यायालय में हक प्राप्त सकूं।
रणधीर से मामले में प्रधानमंत्री से न्याय दिलाने की अपील की है। इसके बाद उसने एसपी और डीएम से भी मुलाकात की है। रणधीर बताता है कि पांच सितंबर को उसे डीएनए जांच के लिए थाना बुलाया गया था, लेकिन पूछताछ के बाद वापस कर दिया गया। उसने बताया कि वोटर लिस्ट में भी उसके पिता की जगह उसी व्यक्ति का नाम है जिन्हें वह अपना पिता मानता है। input from jagran.com






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