लालू यादव के लिए दिल्ली में आशियाने की तलाश खत्म क्यों नहीं होती?
नई दिल्ली.बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की संसद सदस्यता जब से गई तब से वे दिल्ली में बेघर हो गए. उन पर चुनाव लड़ने की भी पाबंदी है. जाहिर है कि यदि वे सांसद नहीं रहेंगे तो उन्हें दिल्ली में सरकारी घर भी नहीं मिल सकता. लंबे समय तक राजधानी में सरकारी मकानों का सुख भोगने वाले नेता जब इस सुख से वंचित हो जाते हैं तो उनका दर्द अनौपचारिक बातचीत में झलक ही जाता है. सुनी-सुनाई यह है कि लालू यादव के साथ आजकल ऐसा ही हो रहा है. ऐसे में वे और उनके सहयोगी इस कोशिश में लगे हैं कि किसी भी तरह दिल्ली में एक आशियाने का बंदोबस्त किया जाए. सुनने में आ रहा है कि वे इस कोशिश में लगे हैं कि किसी तरह से मीसा भारती के नाम पर एक बड़ा घर ले लिया जाए. लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती इस वक्त राज्यसभा सदस्य हैं. लेकिन मीसा भारती के नाम पर बड़ा घर लेने की योजना की राह में सबसे बड़ा रोड़ा यह है कि वे पहली बार संसद सदस्य बनी हैं. इसलिए नियमों के मुताबिक उन्हें बड़े घर की बजाय सिर्फ बहुमंजली इमारत में एक फ्लैट ही मिल सकता है. लेकिन वहां लालू को रहने में दिक्कत होगी. वे बिहार की सत्ताधारी पार्टी के सर्वेसर्वा और बेहद लोकप्रिय नेता हैं इसलिए जहां भी रहेंगे, लोगों का रेला लगा ही रहेगा. इसलिए राजद की ओर से बड़ा बंगला लेने के लिए हर तरह की जोर-आजमाइश जारी है. with thanks सत्याग्रह
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