रंगीन मछलियों को बड़ा हब बनेगा बिहार, बड़े पैमाने पर धंधे की तैयारी

 पटना : बिहार अब रंगीन मछली उत्पादन का हब बनेगा. राज्य के सभी जिलों में रंगीन मछली उत्पादन का कम से कम एक केंद्र शुरू किया जायेगा. इससे राज्य के रंगीन मछली के कारोबारियों को अब राज्य से बाहर के शहराें पर इसकी निर्भरता खत्म होगी. जल्द ही इसके लिए छह जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत रंगीन मछली पालन शुरू किया जायेगा. बिहार में रंगीन मछली की मांग बढ़ने के कारण राज्य सरकार राज्य में रंगीन मछली उपलब्ध कराने का प्रयास शुरू किया है.  सरकार का मानना है कि बिहार रंगीन मछली के कारोबार का बड़ा केंद्र बन चुका है. कमोवेश राज्य के सभी जिलों में इसकी खरीद की जा रही है, लेकिन कारोबारियों को इसके लिए दूसरे राज्यों से मछली का आयात करना पड़ रहा है. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के अधिकारी ने बताया कि अब बड़ी संख्या में लोग रंगीन मछली का एक्वारियम घरों में रखने लगे हैं. ऐसे में उन्हें राज्य में ही सस्ते दर पर रंगीन मछली मिलना संभव होगा. फिलहाल बिहार के ऐसे कारोबारियों को रंगीन मछली के लिए कोलकाता के बाजार पर निर्भरता बनी हुई है. विभागीय अधिकारी ने बताया कि राज्य में रंगीन मछली पालन को बढ़ावा देने में मदद के लिए कोचिन के एक मत्स्य विशेषज्ञ पिछले दस दिनों से राज्य के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं. विभागीय अधिकारियों को भी रंगीन मछली पालन से लाभ और अन्य तकनीकी जानकारी दे रहे हैं. विभाग जल्द ही छह लोगों को रंगीन मछली पालन और इसके व्यवसाय के लिए कोलकाता और अन्य शहरों का दौरा करायेगा.
फिश एक्वेरियम भी करता है घर के वास्तु दोष दूर
वास्तुशास्त्र पर कुछ लोग यकीन करते हैं तो कुछ नहीं। लेकिन क्या आपको पता है कि मछली का एक्वेरियम भी वास्तु दोष का कारण बन सकता है। आपके घर में जो भी मछली घर हो, उसमें नौ मछलियां रखनी चाहिए न कि आठ। एक्वेरियम को रखने की जगह भी उचित होनी चाहिए। मछलियों को बार-बार एक से दूसरी जगह पर नहीं रखना चाहिए और उन्हे सिर्फ एक ही व्यक्ति के द्वारा भोजन देना चाहिए.. मछली के टैंक या जार को बिल्कुल साफ रखना चाहिए। फिल्टर्स, एरिएशन आदि बिल्कुल सही तरीके से चलने चाहिए। अगर आप अपने फिश एक्वेरियम को अच्छा और रंगीन रखना चाहते है तो उसमें कुछ प्रकार के आर्टिफिशियल प्लांट भी लगा सकते हैं। वास्तु दोष का कारण ये एक्वेरियम आसानी से बन सकते हैं। इसलिए अगर आपको ये दोष दूर करने हैं तो आपको निम्न बातों पर विशेष रखना चाहिए।
1. कहते है कि घर में मछली को रखना शगुन होता है क्योकि मछलियां घर को बुरी नजर से दूर रखती हैं। एेसा माना जाता है कि अगर आपके द्वारा पाली गई मछलियां प्राकृतिक मृत्यु मरती हैं तो आपके घर या ऑफिस की भी समस्याएं खतम हो जाती हैं।
2. मछलियों का पालन करने से घर और कार्यालय में काफी ज्यादा सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। जब आप थके हुए होते हैं तो उस समय इन मछलियों को देखे। एेसी करने से अापके दिमाग को आराम मिलता है और एक सुकून भरा वातावरण बन जाता है।
3.अगर आपको लगता है कि आपके घर या ऑफिस में परेशानियां आ रही हैं तो इसका मतलब है कि वास्तु दोष है। अगर है तो इसे मिटाने के लिए उस जगह पर फिश एक्वेरियम रखें। इससे समस्याएं भी सुलझेंगी और पैसा भी खूब आएगा। मछलियों को दाना देने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
4. मछलियां बहुत एक्टिव होती हैं, जो हमें प्रोत्साहित करती हैं और हमारे अंदर उमंग भर देती हैं। एक्वेरियम रखने से पूरे घर का वातावरण खुशनुमा रहता है। एेसे बुरी ऊर्जा का संचार नहीं होता है और रंगीन मछलियां आकर्षित करती हैं।
5. वास्तु शास्त्र के अनुसार, एक फिश टैंक में ढेर सारा पानी भरा जाता है जो भार को सही तरीके से बैलेंस करता है। भार को बैलेंस करन के लिए फिश टैंक को हॉल या वरांडा साउथ वेस्ट कोने में रख जाना चाहिए। जिससे घर में आने वाले हर इंसान की नजर उस पर पडे। चीनी फेंग शुई के मुताबिक, मछलियों को घर में रखने से ची नामक ऊर्जा आती है जो धन और स्वास्थ्य को बढाती है।





Related News

  • लोकतंत्र ही नहीं मानवाधिकार की जननी भी है बिहार
  • भीम ने अपने पितरों की मोक्ष के लिए गया जी में किया था पिंडदान
  • कॉमिक्स का भी क्या दौर था
  • गजेन्द्र मोक्ष स्तोत्र
  • वह मरा नहीं, आईएएस बन गया!
  • बिहार की महिला किसानों ने छोटी सी बगिया से मिटाई पूरे गांव की भूख
  • कौन होते हैं धन्ना सेठ, क्या आप जानते हैं धन्ना सेठ की कहानी
  • यह करके देश में हो सकती है गौ क्रांति
  • Comments are Closed

    Share
    Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com