मुकेश पांडे को मिली मां की विरासत, दूसरी बार उपाध्यक्ष बने अमित, एक वोट से चूकीं वंदना
गोपालगंज जिला परिषद चुनाव :
बिहार कथा
गोपालगंज। जिला पर्षद अध्यक्ष पद पर मुकेश पांडेय ने निर्विरोध निर्वाचित होकर पूर्व जिप अध्यक्ष स्व उर्मिला पांडेय व कुचायकोट के वर्तमान जदयू विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय की विरासत संभाल ली है. वर्ष 2001 में हुए पंचायत चुनाव के दौरान अमरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय जिप सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए. उन्हें भी वर्ष 2001 में निर्विरोध जिप अध्यक्ष का ताज मिला था. वर्ष 2006 में मुकेश पांडेय की मां व जदयू विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय व पप्पू पांडेय की भाभी स्व उर्मिला पांडेय भी निर्विरोध जिप अध्यक्ष के पद पर निर्वाचित हुई थीं. वर्ष 2001 से ही वर्ष 2011 तक जिप अध्यक्ष पद पर मुकेश पांडेय के परिजनों का कब्जा रहा, वहीं वर्ष 2011 कें पंचायत चुनाव के दौरान जिप अध्यक्ष की कुरसी मुकेश पांडेय के परिवार से खिसक गई और गोपालगंज के जिप अध्यक्ष के पद पर चंदा सिंह निर्वाचित हुर्इं। वहीं, वर्ष 2016 में चंदा सिंह ने क्षेत्र आरक्षित होने के कारण अपने को चुनाव से अलग रखा. हथुआ प्रखंड से जिप सदस्य पद के लिए मुकेश पांडेय चुनाव मैदान में उतरे और जीत हासिल करने के बाद जिप अध्यक्ष पद की दावेदारी की. जिप अध्यक्ष का पद सामान्य पुरुष की कोटि होने के कारण सतीश पांडेय के पुत्र मुकेश पांडेय भी चुनाव मैदान में कूद पड़े. नतीजा यह हुआ की जिप अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचित हुए.
अमित ने दूसरी बार भी बचा ली उपाध्यक्ष की कुर्सी
उपाध्यक्ष पद पर अमित कुमार राय उर्फ अंकू राय अपनी कुरसी दूसरी बार बचाने में भी सफल रहे. नवनिर्वाचित जिप सदस्यों ने पुराने उपाध्यक्ष अमित कुमार राय उर्फ अंकू राय ने विश्वास जताते हुए एक बार फिर उन्हें उपाध्यक्ष की कुरसी सौंपी है. चुनाव के दौरान अमित कुमार राय को 15 मत मिले. जबकि प्रतिद्वंद्वी रही वंदना कुशवाहा को 14 मत मिले एवं नागेंद्र प्रसाद को मात्र तीन मत मिले. 32 सदस्ईय जिप सदस्यों के इस चुनाव में अमित कुमार राय उर्फ अंकू राय ने मात्र एक मत अपनी कुरसी बचा ली.
राजनीति पर अब भी कायम है कब्जा
अमित कुमार राय के परिजनों का राजनीति पर अब भी कब्जा कायम है. ऐसे तो आजादी से लेकर अब तक भोरे प्रखंड की कोरेया पंचायत की राजनीति पर इनके परिजनों का कब्जा कायम रहा है. वर्तमान पंचायत चुनाव में इनके चचेरे भाई सुनील कुमार राय मुखिया पद पर निर्वाचित हुए हैं. वहीं इनकी मां किरण देवी वर्ष 2005 में कटेया विधानसभा क्षेत्र से राजद विधायक के रूप में निर्वाचित हुई थीं. कटेया विधानसभा क्षेत्र से लेकर पंचायत की राजनीति पर कोरेया दरबार का कब्जा पूर्व से अब तक कायम है. वहीं, अमित के द्वारा अपने परिजनों की विरासत को संभालने वाला सफल उत्तराधिकारी उनके परिजन मान रहे हैं.
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