गोपालगंज में पहले जज को पीटा, अब जज के खिलाफ ही एफआईआर, हाईकोर्ट ने किया बिहार के डीजीपी, गृहसचिव तलब
आरोपी दरोगा और कांस्टेबल ने दर्ज किया काउंटर एफआईआर, कहा-जज ने की उनकी पिटाई
बिहार कथा
गोपालगंज/पटना। पटना उच्च न्यायालय ने पुलिसकर्मियों की ओर से गोपालगंज के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एसीजेएम) से की गई कथित बदसलूकी के मामले का संज्ञान लिया और बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एवंं गृह विभाग के प्रधान सचिव को सोमवार को व्यक्तिगत तौर पर अदालत में पेश होने का आदेश दिया। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति इकबाल अहमद अंसारी और न्यायमूर्ति चक्रधारी शरण सिंह की पीठ ने गोपालगंज के जिला एवं सत्र न्यायाधीश की ओर से इस बाबत भेजे गए पत्र पर सुनवाई के दौरान डीजीपी और गृह सचिव को पेश होने का निर्देश दिया। इस बीच, सब-इंस्पेक्टर यादव ने गोपालगंज सदर पुलिस थाने में एसीजेएम, अदालत के लिपिकों और कई वकीलों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराकर खुद को और कांस्टेबल पवन सिंह को पीटने का आरोप लगाया है। गोपालगंज के जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने अपने पत्र के साथ एसीजेएम की शिकायत की प्रति भी भेजी थी। एसीजेएम ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि पुलिसकर्मियों ने उनसे बदसलूकी की थी । उच्च न्यायालय इस पत्र पर सुनवाई से पहले इसे जनहित याचिका का रूप दे दिया।
प्रधान अतिरिक्त महाधिवक्ता ललित किशोर ने उच्च न्यायालय को बताया कि राज्य सरकार ने सारण प्रमंडल के आयुक्त से मामले की विस्तृत जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट देने को कहा है। किशोर ने कहा कि राज्य सरकार को इस मामले में पहले ही गोपालगंज के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की ओर से भेजी गई प्रारंभिक रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। उन्होंने कहा, हमारे पास एक सीडी भी है जिसमें दिखाया गया है कि न्यायिक अधिकारी आक्रामक हो गए थे। हम सीडी सौंपेंगे। अदालत इस मामले की अगली सुनवाई सोमवार को करेगी।
गोपालगंज पुलिस बेलगाम, जज की कर दी पिटाई
यह घटना कथित तौर पर कल उस वक्त हुई जब गोपालगंज में अदालत के पास स्थित मौनिया चौक पर तैनात पुलिसकर्मियों ने एसीजेएम प्रभुनाथ प्रसाद को रोक दिया था। प्रसाद वहां एक मोटरसाइकिल पर पीछे बैठकर पहुंचे थे, क्योंकि गोपालगंज जिला पर्षद के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के चुनाव के कारण जिला प्रशासन ने रोड पर बैरीकेड लगा दिए थे। जाम किए गए रोड से अदालत परिसर तक जाने देने को लेकर एसीजेएम और मौनिया चौक पर तैनात सहायक निरीक्षक ए के यादव एवं कांस्टेबलों के बीच बहस हो गई। एसीजेएम ने यादव से अनुरोध किया था कि वह एसपी या एसडीपीओ से इस बाबत बात कर लें, लेकिन कथित तौर पर सब-इंस्पेक्टर अपने वरिष्ठ अधिकारियों से बात करने को तैयार नहीं था। इसके बाद सब-इंस्पेक्टर आपे से बाहर हो गया और न्यायाधीश को कथित तौर पर थप्पड़ जड़ दिया। इस मामले में एसीजेएम ने कल ही गोपालगंज के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में शिकायत दर्ज कराई। सीजेएम ने मामले का संज्ञान लिया और घटना में शामिल पुलिसकर्मियों को सम्मन जारी किया। घटना के विरोध में गोपालगंज अदालत के वकीलों और लिपिकों ने काम ठप कर दिया और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
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