अब रात में भूत बंगले की तरह दिखाता है 150 साल पुराना अस्पताल

jamo bajar hospital goriyakothi siwan story by ramkumariगोरियाकोठी जामो बाजार में दो एकड़ जमीन में बने अस्पताल में अब कुछ भी नहीं
रामसखी कुमारी/गोरियाकोठी-सीवान।
जिले के गोरियाकोठी प्रखंड के जामो थाना के जामो बाजार का हॉस्पिटल आज अपनी दशा पर आंसू बहाने पर मजबूर है। आजादी के पहले लगभग डेढ़ सौ साल पुराना पूर्वजों की माने तो सन 1885 में बना ये हॉस्पिटल जिले नहीं बल्कि सारण प्रमंडल क्षेत्र में माने तो ये हॉस्पिटल से बड़ा और सुविधाजनक हॉस्पिटल था। लगभग दो एकड़ के क्षेत्र में फैला ये हॉस्पिटल कभी सारण जिले का नंबर वन हॉस्पिटल में गिनती होती थी। इस हॉस्पिटल में हर चीज की सुविधा उपलब्ध था। पोस्मार्टम, आपरेशन थियेटर, इमरजेंसी में इलाज की हर सुविधा थी। यहां सारण के आलावा पड़ोसी जिले मोतिहारी चंपारण आदि कई जिले के मरीज इलाज के लिए आते थे। पूर्वजो की माने तो इस हॉस्पिटल में कई लेखक नेता महापुरुषों का इलाज इस हॉस्पिटल में हुआ है। ये हॉस्पिटल किसी समय सारण जिले का गौरव से कम नहीं था। लेकिन आज ये हॉस्पिटल अपनी दशा पर आंसू बहा रहा है। हॉस्पिटल पूरी तरह जर्जर हो चूका है। हॉस्पिटल धवस्त होने के कगार पर है, इस हॉस्पिटल में न डॉक्टर हैं और न ही इलाज। यहां की चिकित्सा सुविधा भी पूरी तरह से नदारद है। जंगली जानवरों का बसेरा बन चुका है। रात में ये हॉस्पिटल भूतबंगला जैसा मालूम पड़ता है। ये हॉस्पिटल बंद हो जाने से आस पास के मरीजों को काफी परेशानी होती है। आसपास के क्षेत्र के लोगों को छोटी छोटी बीमारी होने पर प्राइबेट क्लीनक का सहारा लेते है। और इमरजेंसी मरीजो को 30 किलो मीटर दूर सीवान ले जाया जाता है कितने मरीज को सीवान ले जाने के कर्म में दम तोड़ देते है। स्थानीय लोगो ने कई बार सीएस को आवेदन देकर सिद्ध ही हॉस्पिटल का पूण निर्माण करा कर चालू कराने का शिकायत किया जाता है लेकिन कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। चुनाव के समय कई नेताये इस क्षेत्र का दौरा करते है और हॉस्पिटल को मॉडल हॉस्पिटल बनवाने का अस्वासन देकर चले जाते है और चुनाव जितने के बाद भूल जाते है और कभी भ्रमण करने भी नहीं आते है। कई बार लोग इस हॉस्पिटल के लिए आंदोलन निकाला लेकिन कोई असर नहीं हुआ।






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