Sunday, June 5th, 2016
पर्यावरण संरक्षण में भगवान बुद्ध
पर्यावरण को बचाने के लिए भगवान बुद्ध ने जो सम्यक आजीविका का मार्ग बताया है, उस पर चलकर हम प्रकृति को बचाने का प्रयास कर सकते हैं। यह एक ही मार्ग हमें हमारी प्रकृति को बचा सकता है और वह है- सम्यक आजीविका। प्रकृति को बचाने के लिए हमें अपना आचरण बहुत ही संयमित रखना होगा। हमें अपनी आवश्यकताएं कम करनी पडेगी। कम से कम चीजों से काम चलाने की आदत डालनी पड़ेगी। साथ ही हम जो प्रकृति का दोहन कर रहे हैं जैसे खनिज तत्व, पेट्रोल, जल, पेड, वन,Read More
बिहार में वाटरहारवेसिंग के पारंपरिक स्रोत थे कुंए, सरकार ही नहीं जनता भी निभाए जिम्मेदारी
जल संकट : पर्यावरण दिवस पर विशेष शिव प्रकाश राय सुखद है कि इस बार मानसून अच्छे होने के आसार हैं और मौसम विभाग ने इसकी भविष्यवाणी की है। परंतु जल संकट सवाल तो है। सवाल की एक पृष्ठभूमि यह है कि महाराष्ट्र के लातूर में सरकार को पानी एक्सप्रेस चलानी पड़ी। जिस तरह से बिहार में भूगर्भ जल स्तर में गुणोत्तर कमी आ रही है, यदि हम नहीं संभले तब आने वाले समय में बिहार में भी ऐसे दृश्य देखे जा सकेंगे। मुझे अपने बचपन के दिन याद हैं।Read More