सीवान जंकशन: रेलवे की लापरवाही से लुटे जा रहे यात्री!

siwan stationराजेश राजू/सिवान
पूर्वोत्तर रेलवे में कमाई की दृष्टि से सीवान जंकशन महत्वपूर्ण स्टेशन होने के बावजूद यहां पर रेल यात्रियों के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रति रेल अधिकारी उदासीन हैं, जो यात्री सुविधाएं सीवान जंकशन पर उपलब्ध हैं, उसे यात्रियों को उपलब्ध कराने के प्रति स्थानीय रेल अधिकारी अनदेखी करते हैं. इस कारण अक्सर सीवान जंकशन से यात्रा शुरू या खत्म करनेवाले रेल यात्रियों को परेशानी होती है. स्थानीय रेल अधिकारी रेल यात्रियों को पेयजल व शौचालय जैसी अनिवार्य सुविधा को भी उपलब्ध कराने में विफल साबित हुए हैं. रेल ने यात्रियों की सुविधा के लिए सीवान जंकशन के करीब सभी प्लेटफॉर्म में शुद्ध पेयजल व शीतल पेयजल की व्यवस्था की है. लेकिन, पेयजल के उपकरणों का नियमित रख-रखाव नहीं होने के कारण पेयजल के सभी नलों से पानी नहीं निकलता है. कई नल तो ऐसे हैं, जिसमें टोंटी नहीं होने के कारण उससे पानी की आपूर्ति ही बंद कर दी गई है. कुछ नल ऐसे भी हैं, जिनसे 24 घंटों तक बिना जरूरत के पानी गिरता रहता है. प्लेटफॉर्म एक और दो पर यात्रियों की सुविधा के लिए शीतल पेयजल की मशीन लगी है. लेकिन, ज्यादातर उससे गरम पानी ही निकलता है. सीवान जंक्शन के प्राय: सभी वेंडरों के पास रेल नीर काउंटर पर लगा तो दिखता है, लेकिन जब यात्री मिनरल वाटर खरीदते हैं, तो उन्हें 20 रुपए में घटिया क्वालिटी का पानी वेंडर थमा देते हैं.
दो की जगह 10 रुपए देने पड़ते हैं पे एंड यूज शौचालय में
सीवान जंकशन से औसतन प्रतिदिन 30 हजार रेलयात्री अपनी यात्रा को शुरू और खत्म करते हैं. यात्रियों की इतनी संख्या होने के बाबजूद सीवान जंकशन के सकुर्लेटिंग एरिया में मात्र पांच सीट वाला एक पे एंड यूज शौचालय है. रेल ने इसके प्रयोग करने के लिए मात्र दो रुपए ही निर्धारित किए हैं, लेकिन ठेकेदार के कर्मचारी रेल यात्रियों से जबरन 10 रुपए वसूल करते हैं. यह शौचालय करीब दो माह पहले ही चकाचक हुआ है. इसके पहले तो यह प्रयोग करने लायक ही नहीं था. उच्च श्रेणी के यात्री प्रतीक्षालयों के शौचालयों की हालत भी काफी जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है. प्लेटफॉर्म संख्या एक पर पुरुष व महिला यात्रियों के लिए अलग-अलग यूरिनल बने हैं. यह यूरिनल पुल के नीचे है तथा ऊपर से यूरिनल की छत नहीं होने के कारण महिला यात्री इसका उपयोग करने से कतराती हैं, लेकिन मजबूरी में महिला यात्रियों को इसका कभी-कभी उपयोग करना पड़ता है.
क्या कहते हैं स्टेशन अधीक्षक
कुछ पानी के नलों में टोंटी नहीं थी. उसमें टोंटी लगा दी गई. खराब शीतल पेयजल की मशीन को ठीक कराया जा रहा है. वेंडरों द्वारा रेल नीर की जगह दूसरा मिनरल वाटर दिया जा रहा है, इसकी शिकायत मुझे नहीं मिली है. पे एंड यूज शौचालय के कर्मचारी द्वारा अगर दो रुपए की जगह 10 रुपए लिए जा रहे हैं, तो जांच कर उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.






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