जेलर को गिरफ्तारी के बाद हाजत में नहीं रखने पर भड़के नीतीश, दारोगा सस्पेंड

पटना-किशनगंज : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज एक किशोरी के साथ प्रेमालाप के मामले गिरफ्तार किशनगंज जिला कारा के निलंबित और गिरफ्तार जेल अधीक्षक कृपा शंकर पाण्डेय को थाना हाजत में नहीं रखकर उन्हें बाहर रखे जाने पर सदर थाना अध्यक्ष आफताब आलम को तुरंत निलंबित किये जाने का निर्देश राज्य के पुलिस महानिदेशक को दिया. बिहार विधानसभा स्थित अपने कक्ष में मीडिया में आयी खबरों के सार के अवलोकन के दौरान इस मामले पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक पी. के. ठाकुर को फोन पर किशनगंज सदर थाना अध्यक्ष को निलंबित किये जाने का निर्देश दिया.

जेल अधीक्षको को भेजा जायेगा भागलपुर जेल

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जेल महानिरीक्षक आनंद किशोर को किशनगंज के गिरफ्तार पूर्व जेल अधीक्षक कृपा शंकर पांडेय को किसी दूसरे जिला की जेल में स्थानांतरित किये जाने के निर्देश दिये जाने के बाद जेल मुख्यालय ने पांडेय को भागलपुर जेल में स्थानांतरित किये जाने का आदेश जारी कर दिया है. आनंद किशोर ने ‘भाषा’ को फोन पर बताया कि किशनगंज कारा में न्यायिक हिरासत में भेजे गये वहां के पूर्व निलंबित जेल अधीक्षक को भागलपुर जेल में स्थानांरित किये जाने का आदेश जारी कर दिया गया है.

मोबाइल पर बात करते पाये गये जेल अधीक्षक

कृपाशंकर के एक किशोरी के साथ प्रेमालाप को लेकर तस्वीर सोशल मीडिया में जारी होने पर मुख्यमंत्री के कड़े निर्देश पर उन्हें निलंबित किये जाने तथा उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किये जाने के साथ जेल अधीक्षक बीती रात्रि गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए सदर थाना में रखा गया था. मुख्यमंत्री ने कुछ क्षेत्रीय टीवी समाचार चैनलों पर जेल अधीक्षक को थाना हाजत में नहीं रखकर उन्हें हाजत के बाहर रखे जाने तथा उन्हें मोबाइल फोन पर बातचीत करते हुए दिखाये जाने की खबर पर संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक को उक्त निर्देश दिये.

जेल अधीक्षक पहुंचे अपने ही जेल में

मुख्यमंत्री ने इस संबंध में जेल महानिरीक्षक आनंद किशोर तथा किशनगंज के पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन को भी फोन पर कड़े निर्देश दिये. किशनगंज के पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन ने ‘भाषा’ को फोन पर बताया कि किशनगंज थाना अध्यक्ष आफताब आलम को निलंबित कर दिया गया है और जेल अधीक्षक को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में किशनगंज कारा भेज दिया गया है. जांच में मामला सही पाया गया उल्लेखनीय है कि जेल अधीक्षक को एक किराना दुकानदार, जोकि पिछले कई वर्षों से उक्त जेल में खाद्यान्न मुहय्या करते हैं, कि बच्ची के साथ अशोभनीय हरकत करते हुए कैमरे में कैद किये जाने तथा उस तस्वीर के सोशल मीडिया पर पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन ने परसों अनुमंडल पुलिस अधिकारी कामिनीबाला को इस मामले की जांच के निर्देश दिये थे. अनुमंडल पुलिस अधिकारी ने गत 15-16 मार्च की रात्रि में पत्रकारों से बातचीत करते हुए इस मामले को प्रथम दृष्टया में सही बताया था.

मेरा संबंध लड़की के साथ बाप बेटी वाला

इस बारे में गत 15-16 मार्च की रात्रि में जेल अधीक्षक से पूछे जाने पर उन्होंने उक्त बच्ची के साथ उनके पितृत्व संबंध होने का दावा किया था. उक्त किशोरी के साथ अशोभनीय हरकत वाली उनकी तस्वीर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा था कि अगर तस्वीर अशोभनीय है तो इसमें वे क्या कर सकते हैं. उससे जिसे जो भी मतलब निकालना चाहें निकालें. उल्लेखनीय है कि पाण्डेय जो कि छह-सात महीने पूर्व उक्त जेल में जब जेलर के पद पर तैनात थे उनके खिलाफ एक विचाराधीन कैदी के साथ अप्राकृतिक यौनाचार करने का आरोप लगा था और तत्कालीन जिला दंडाधिकारी अनिमेश कुमार पराशर ने इस संबंध में जेल प्रशासन को एक रिपोर्ट भेजी थी पर बाद में उक्त मामला के दब जाने पर उन्हें उसी जेल में अधीक्षक के पद पर प्रोन्नति दे दी गयी. from prabhatkhabar.com






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