Saturday, February 20th, 2016
72 साल की दीदी ने बनाया बैंक, जमा की 60 लाख की पूंजी
अविवाहित ज्योति की बदौलत सारण जिले के 80 गांवों में महिलाएं खुद चलातीं हैं रोजगार अमन कुमार सिंह. छपरा। केरल की 72 वषीर्या अविवाहित ज्योति आज सारण जिले के गांव-गांव तक शिक्षा व महिला सशक्तीकरण की ज्योति जला रही हैं। उन्होंने महिलाओं के साथ मिलकर एकता सहकारी समिति बैंक बनाया। जो कल तक महिलाएं कर्ज में जी रही थी वह आज इसी बैंक के बदौलत दूसरों को कर्ज दे रही हैं। फिलवक्त इस बैंक में महिलाओं ने मिलकर 60 लाख पूंजी जमा की है। कई महिलाएं जो कल तक घरRead More
बिहार की बेटी बनेगी अमेरिकी कंपनी की सीईओ
पिता करते हैं आज भी खेती, बेटी ने ऊंचा किया नाम बिहार कथा समस्तीपुर। बिहार एक छोटे से गाँव की रहने वाली शिंजनी कुमार जल्द ही पेटीएम बैंकिंग सेवा की सीईओ बननेवाली हैं। समस्तीपुर के किसान के परिवार में जन्मी शिंजनी ने पटना वीमेंस कॉलेज से पढ़ाई की थी। इससे पहले वे रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया में डिप्टी जनरल मैनेजर थीं। इससे अलावा वे यूएसए की कंपनी में भी काम कर चुकी हैं। समस्तीपुर के पुनास गांव में एक किसान परिवार में पैदा हुईं शिंजनी ने लखीसराय के बालिका विद्यापीठRead More
50 करोड़ में स्मार्ट बनेगा गोपालगंज!
शहर को स्मार्ट सिटी के लिए बना मास्टर प्लान कुमार मृत्युंजय.गोपालगंज चारो ओर गंदगी और अव्यवस्था से बदहाली गोपालगंज की तस्वीर बदलने की कवायद शुरू की गई है। अब गोपालगंज शहर भी स्मार्ट दिखेगा। इसके लिए नगर पर्षद ने योजना बनाई है। इस पर 50 करोड़ से अधिक खर्च करने की तैयारी है। इस वर्ष शहर अन्य बड़े शहरों की तरह दिखेगा। पंचायत चुनाव से ऐन पहले ऐसी योजनाओ की कवायद केवल चुनावी शिगुफा है या फिर हकीकत यह तो समय ही बताएगा। फिलहाल योजना को धरातल पर उतारने कीRead More
भोरे में राजनीति से दूर रहे बड़े धुरंधर होंगे आमने-सामने!
भोरे के कुटियां पंचायत में माले दे सकती है कड़ी टक्कर भोरे (गोपालगंज)। नई आरक्षण नीति ने पंचायत चुनाव में कई बड़े उलटफेर कर दिए हैं. ऐसे में वर्षों से राजनीति से दूर हुए बड़े धुरंधर एक बार फिर लंबे अरसे के बाद एक दूसरे के आमने-सामने होंगे. ऐसे में यह चुनाव कुछ पंचायतों में काफी रोचक होगा. इसके लिए अभी से पूरी ताकत झोंकी जा रही है. लेकिन, बदले स्वरूप में किसी की भी राह आसान नहीं होगी. कुछ ऐसा ही हाल है विजईपुर प्रखंड की कुटियां पंचायत का,Read More
सीवान की सवारी गाड़ी में ठेंगे पर है नियम!
महाराजगंज-सीवान सवारी गाड़ी में गार्ड बोगी के पीछे लगते हैं तीन डिब्बे हमेशा थावे से आने वाली सवारी गाड़ी की पीछे वाली बोगी में नहीं रहता है एलवी का बोर्ड बिहार कथा. सीवान . सीवान जंकशन से बन कर चलने वाली अधिकतर ट्रेनों का परिचालन रेल नियमों की अनदेखी कर किया जाता है. इसके कारण कभी कोई बड़ी दुर्घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है. सीवान जंकशन से प्रतिदिन सुबह करीब 10 बजे जाने वाली सवारी गाड़ी में गार्ड की बोगी के पीछे तीन और बोगी लगाई जातीRead More