बेटे की मौत का सदमा सह न पाए सिद्धेश्वर
– सिद्धेश्वर पिछले 8 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे, रविकांत रोज अपने पिता का हालचाल जानने आते थे।
– शनिवार सुबह भी वे अपने पिता को देखकर ही दुकान गए थे, जहां अपराधी ने उन्हें गोली मार दी।
– रविकांत के पिता को जब बेटे की मौत का समाचार मिला तो वे इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर सके। हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई।
– परिजनों ने बताया कि रविकांत के मौत की खबर से उन्हें गहरा आघात लगा था और उनकी तबियत ज्यादा खराब हो गई थी।
– रविकांत के घर में दो- दो मौत होने से मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। रविकांत की मां और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।
दुकान में घुसकर अपराधी ने मारी थी गोली
– शनिवार सुबह साढ़े 10 बजे रविकांत ने जैसे ही दुकान खोलकर पूजा शुरू की, उसी समय एक अपराधी दुकान के अंदर घुसा।
– उसने पिस्तौल निकाली और रविकांत को नजदीक से छाती में गोली मार दी। इसके बाद शूटर पैदल ही दुकान की बगल की गली से भाग निकला।
– फायरिंग की आवाज सुनकर दुकान के पीछे रहनेवाले पिंकू वहां पहुंचे, तो लहूलुहान रविकांत को तड़पते देखा।
– तत्काल उन्हें ऑटो से पीएमसीएच ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
10 लाख की रंगदारी के लिए हुई हत्या
– हत्या के मूल में दुर्गेश शर्मा द्वारा मांगी गई 10 लाख की रंगदारी है।
– एसएसपी मनु महाराज ने भी दुर्गेश के इशारे पर हत्या किए जाने की पुष्टि की है।
– दुर्गेश के एक गुर्गे मुनचुन ने घटना के कुछ घंटे बाद कोर्ट में दूसरे मामले में समर्पण कर दिया। उसे रिमांड पर लिया गया है।
– एसएसपी मनु महाराज ने कहा- शीघ्र अपराधी पकड़े जाएंगे। डीजीपी पी.के.ठाकुर ने भी कहा कि कार्रवाई चल रही है। जल्द ही अपराधी पकड़े जाएंगे।
– रविकांत के परिजनों ने कहा कि लगातार रंगदारी मांगी जा रही थी और नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी मिली थी।
फरार अपराधियों में नंबर-1 पर है दुर्गेश शर्मा
– पटना के फरार अपराधियों में फिलहाल नंबर-1 पर है दुर्गेश शर्मा।
– वह हाईकोर्ट का फर्जी बेल पेपर दिखाकर बेऊर जेल से जमानत पर बाहर निकला और फरार हो गया।
– यह वाकया वर्ष 2009 का है। इसके बाद दोबारा वह कभी पुलिस के हाथ नहीं आया।
– उसके खिलाफ कोतवाली, एसकेपुरी, बुद्धा कॉलोनी, पाटलिपुत्र सहित कई थानों में हत्या, रंगदारी के मामले दर्ज हैं।
– दुर्गेश पटना में चोरी-छिपे ही आता है। वह ज्यादातर समय कोलकाता, दिल्ली मुंबई में ही बिताता है।
– 14 फरवरी, 2015 को मैनपुरा में संतोष सिंह की दिनदहाड़े हत्या के बाद दुर्गेश का नाम सबसे अधिक चर्चा में आया था।
fraom dainikbhaskar.com
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