बिहार में हार का मंथन महाराष्ट के जलगांव में

RSSबिहार चुनावों में भाजपा की पराजय की पृष्ठभूमि में जलगांव में संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक
बिहार कथा
जलगांव (महाराष्ट)। पिछले वर्ष दिल्ली और बिहार विधानसभा चुनावों में भाजपा की पराजय और कुछ ही समय बाद समाप्त होने जा रहे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का कार्यकाल की पृष्ठभूमि में जलगांव में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक शुरू हुई। संघ पदाधिकारियों ने हालांकि इस बैठक का संबंध अमित शाह या पार्टी के मामलों से होने से इंकार किया है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कहा कि बुधवार शुरू हुई यह दो दिवसीय बैठक कोई निर्णय लेने वाली या नीति निर्धारण करने वाली बैठक नहीं है बल्कि केवल संघ प्रचारकों के बीच अनुभव साझा करने और निरीक्षण से जुड़ी बैठक है। उन्होंने कहा, संघ के ये कार्यकर्ता एवं प्रचारक अपने संगठन के कार्य के वास्ते देशभर में सतत प्रवास करते हैं, समाज के विभिन्न वर्गो के लोगों से मिलते हैं और उसके आधार पर परिस्थिति का आकलन करने, जानकारी साझा करने और अनुभवों का आदान प्रदान करते हैं। केंद्र में सत्ता में आने के बाद भाजपा ने महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड में सरकार बनायी और जम्मू कश्मीर में पीडीपी के साथ गठबंधन सरकार बनी लेकिन पिछले वर्ष दिल्ली और बिहार में उसे करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। आने वाले समय में पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, केरल और साल 2017 में उत्तरप्रदेश, पंजाब जैसे राज्यों में चुनाव होने हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का कार्यकाल कुछ समय में समाप्त होने वाला है। बिहार चुनाव में पार्टी की हार के बाद कई नेता इस विषय पर पार्टी अध्यक्ष समेत अन्य की जवाबदेही तय करने की मांग कर चुके हैं। संघ के एक पदाधिकारी ने बताया कि साल में संघ की तीन प्रमुख अखिल भारतीय बैठकें होती हैं। अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक हर वर्ष मार्च में होती है, अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक दीवाली से पहले और प्रांत प्रचारक बैठक ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण वर्ग के बाद होती है। इसके अलावा सितंबर और जनवरी माह में समन्वय बैठक होती है। अभी जलगांव में समन्वय बैठक हो रही है। संघ के पदाधिकारी ने कहा कि समन्वय बैठक में संघ के प्रमुख अखिल भारतीय पदाधिकारी एवं विविध क्षेत्रों के प्र्रमुख कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं। इस बैठक से पहले संघ के प्रमुख पदाधिकारियों ने पुणे में तीन जनवरी को सम्पन्न शिवशक्ति संगम की उपलब्धियों पर चर्चा की और समन्वय बैठक की रूपरेखा तय की।
वैद्य ने बताया कि 11, 12 और 13 मार्च को नागौर (राजस्थान) में होने वाली अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक की रूपरेखा भी इसी बैठक में तय होगी। संघ के विस्तार का जिक्र करते हुए एक पदाधिकारी ने बताया कि संघ ने अपने कार्य विस्तार के लिए 10..12 गांव के समूह मंडल बनाए हैं।space for advt






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