Monday, November 23rd, 2015
गोपालगंज में प्रेमी जोड़े ने अपना ही गला रेता
सिधवलिया/गोपालगंज। दस साल से प्यार को संजोया. कभी सपनों में भी नहीं सोचा था कि दोनों अलग हो सकते हैं. जब अलग होने की बात सामने आई, तो पहले अपनी प्रेमिका की हत्या करने के बाद खुद भी अपना गला रेत कर दुनिया को अलविदा कह दिया. इस घटना से पूरा इलाका स्तब्ध है. शायद जिले में यह पहली घटना है. इनके रिश्ते की जानकारी परिजनों को नहीं थी. ग्रामीणों का कहना है कि बरहिमा के रहनेवाले विक्की और रूही (नाम बदला हुआ) दोनों वर्ग पांच से ही एक साथ पढ़तेRead More
बिहार का सांस्कृतिक अतीत की गौरवशाली परंपरा
हृषीकेश सुलभ बिहार का सांस्कृतिक अतीत बेहद गौरवशाली रहा है. इस अतीत के गर्भ से ही राज्य अपनी सांस्कृतिक सक्रियता के सूत्र तलाशता है. बिहार की सांस्कृतिक सक्रियता राजनीति और सत्ता की मुखापेक्षी कभी नहीं रही है. यह जनता की ओर से पालित-पोषित होता रहा है. अगर हम निकटतम अतीत की बात करें, तो भिखारी ठाकुर जैसे सांस्कृतिक महानायक की याद आती है. स्त्रियों के जीवन की शोकगाथा को उन्होंने सहज कलात्मकता के साथ अभिव्यक्त किया और जन-जन में लोकप्रिय हुए. गोपालगंज के रसूल ने अपने नाटकों से आजादी केRead More