सीवान में जदयू समर्थक की गोली मारकर हत्या

crime in bihar murder in biharसीवान। दरौंदा थाना क्षेत्र के रामगढ़ा पूरब टोला में गुरुवार की रात एक खाद दुकानदार की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक इसी गांव के 65 वर्षीय लाल बाबू सिंह जदयू समर्थक था। दरौंदा की जदयू विधायक कविता सिंह के पति व जदयू नेता अजय सिंह ने आरोप लगाया कि लाल बाबू सिंह की हत्या चुनावी रंजिश में की गई है। गुरुवार की रात लाल बाबू अपने निमाणार्धीन बरामदे में सोए हुए थे। करीब 12 बजे अपराधियों ने आकर उन्हें गोली मार दी। वहीं बगल के बरामदे में सो रहे उनके पोते समीर व परिजन इसे पटाखे की आवाज समझ बैठे। हालांकि दोबारा गोली की आवाज आने पर वे लोग उस बरामदे की ओर दौड़े जहां लाल बाबू सिंह सो रहे थे। दोनों ने देखा कि आधा दर्जन अपराधी हथियार से लैस उत्तर की ओर भाग रहे हैं। सभी परिजन लाल बाबू सिंह की ओर दौड़े। वहां देखा कि वे खून से लथफथ बिछावन पर पड़े हुए हैं। उन्हें उठा कर तत्काल सदर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इधर घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष सुनील कुमार, एएसआई पुरुषोत्तम पांडेय व राजेन्द्र सिंह घटना स्थल पर पहुंचे व घटना की विस्तृत जानकारी लेने लगे।
लाल बाबू हाई स्कूल सिकटिया की स्वीकृति मिलने से पूर्व उसमें शिक्षक थे। स्कूल की स्वीकृति मिलने से पूर्व ही वे रिटायर हो गए थे। वर्तमान में महाराजगंज थाने के सिकटिया बाजार पर उनकी खाद-बीज की दुकान है। घटना की सूचना मिलने के बाद जदयू विधायक कविता कुमारी के पति अजय सिंह तत्काल घटना स्थल पर पहुंचे। उनका कहना है कि चुनावी राजनीति से प्रेरित होकर हत्या की गई है। वहीं एएसआई पुरुषोत्तम पांडेय ने बताया कि हत्या को लेकर परिजन चुनावी रंजिश बता रहे हैं। पुलिस अन्य पहलुओं पर छानबीन करेगी, तब जाकर घटना के सही कारणों का पता चल सकेगा। अबतक परिजनों ने एफआईआर के लिए आवेदन नहीं दिया है।
लालबाबू सिंह की हत्या के बाद सदमे में परिजन
खाद दुकानदार लालबाबू सिंह की हत्या के दौरान सत्यप्रकाश सिंह का पुत्र समीर 50 मीटर की दूरी पर पुराने बरामदे में सो रहा था। घटना के बाद सबसे पहले वह अपने दादा के पास दौड़ कर आया। इधर ग्रामीण इस घटना को भूमि विवाद से जोड़ कर देख रहे हैं। पुलिस पड़ोसियों के यहां भी इनके रिश्ते को लेकर छानबीन कर रही है, ताकि घटना का कोई अहम सूत्र हाथ लग सके। लालबाबू सिंह को दो पुत्र व पांच पुत्रियां हैं। पुत्र सत्यप्रकाश सिंह निजी कंपनी में एजेंट हैं, जबकि दूसरे पुत्र शैलेन्द्र सिंह सीवान में अधिवक्ता हैं। पांचों पुत्रियों की शादी हो चुकी है। सत्यप्रकाश सिंह को तीन पुत्र व एक पुत्री है। समीर, रोहित, राहुल व प्रियंका व शैलेन्द्र सिंह को दो पुत्र अमन व शिबू हंै। घटना के बाद सभी शोकाकुल हैं।



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