Sunday, October 18th, 2015
हुस्न का जलवा दिखा मर्दों को फंसाती थी, लूट लेती थी कीमती समान
मर्दों को आकर्षित कर खिलाती थीं नशीली गोली, पुलिस गिरफ्त में लुटेरी महिलाएं। पटना. जीआरपी ने नशे की गोली खिलाकर रेलयात्रियों को लूटने वाले महिला गिरोह की सात सदस्यों को स्टेशन के पास स्थित आॅटो स्टैंड से, जबकि तीन को प्लेटफार्म नंबर तीन से गिरफ्तार किया। इनमें तीन-चार महिलाओं के पास बच्चे भी हैं। इन महिलाओं के पास से 54 नशे की गोली एटीवान व 21 ब्लेड के टुकड़े बरामद किए गए हैं। यह गिरोह पश्चिमी बंगाल के बराकर का है। गिरफ्तार महिलाओं में यूपी की संगीता तिवारी, चंदा देवी,Read More
मिथिला में रामलीला : ‘हे राम ! तुम्हारी रंगभूमि में कहो कौन-सा रूप धरें ?’
सुभाष चंद्र यह तो हर कोई जानता है कि रामलीला में रामकथा का मंचन होता है। वर्तमान में पूरे विष्व में जो रामलीला प्रचलन में है, उसका मूलाधार है रामचरित मानस और वाल्मीकि रामायण ही है। लेकिन रामलीला कब और कैसे प्रारंभ हुई, इसको लेकर विद्वानों का एकमत नहीं है। एक संदर्भ में कहा जाता है कि त्रेता युग में श्री रामचंद्र के वनगमनोपरांत अयोध्यावासियों ने चैदह वर्ष की वियोगावधि राम की बाल लीलाओं का अभिनय कर बिताई थी। तभी से इसकी परंपरा का प्रचलन हुआ। एक अन्य जनश्रुति सेRead More
बिहार में कितनी पार्टियां लड़ रही हैं चुनाव?
बिहार चुनाव में जयप्रकाश नारायण आंदोलन फिर सुर्ख़ियों में है. जयप्रकाश नारायण एक समाजवादी नेता थे, जिन्होंने 1977 में कांग्रेस पार्टी के ख़िलाफ़ आंदोलन चलाया था और भारतीय राजनीति की तस्वीर बदल दी थी. आज़ादी के बाद पहली बार 1977 के आम चुनावों में जेपी आंदोलन के कारण कांग्रेस पार्टी हार गई. इससे पहले देश में आपातकाल लागू था. कांग्रेस विरोधी समूहों से मिलकर बनी जनता पार्टी ने दिल्ली की सत्ता पर क़ब्ज़ा तो जमा लिया लेकिन वो महज़ दो साल तक ही शासन कर सकी. हालांकि 1977 में हुएRead More