Friday, October 16th, 2015
बिहार हार न जाए, खंडित जनादेश की आशंका
सुभाष चंद्र दो चरण का चुनाव हो गया। वोटों की प्रतिशत में इजाफा हुआ। आमतौर पर माना जाता है कि वोटों में इजाफा एंटी इन्कम्बेंसी का होता है। लेकिन बिहार में नीतीश कुमार के साथ ऐसा कोई फैक्टर नहीं है। जो बिहार आते-जाते हैं, चाहे वह किसी भी जात,धर्म, संप्रदाय के हों, उन्हें पता है कि नीतीश ने बिहार में काम किया है। बेहतरीन किया है। कानून-व्यवस्था दुरुस्त किया है। तो फिर एंटी इन्कम्बेंसी कैसे होगा? हां, लालू का साथ खासकर सवर्ण को रास नहीं आ रहा है। हमला लालूRead More
विदेशी निवेशकों की भी बिहार चुनाव पर निगाह
नतीजे तय करेंगे निवेश की रफ्तार शिल्पी सिन्हा, मुंबई। बिहार के विधानसभा चुनाव के नतीजों को भारत के लिए राजनीतिक परिदृश्य के लिए तो अहम माना ही जा रहा है, दुनिया भर के निवेशकों की निगाह भी इस पर टिकी है। डोएचे बैंक के अर्थशास्त्री कौशिक दास के मुताबिक विदेशी इक्विटी निवेशक भारत के माहौल को परखने के लिए बिहार के चुनावों पर निगाह बनाए हुए हैं। दास ने कहा कि वैश्विक निवेशक महसूस कर रहे हैं कि केंद्र सरकार ने आर्थिक सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिनRead More
ये है PAK में रह रही गीता की पूरी कहानी…
धीरज सिंह. नई दिल्ली पाकिस्तान में रहने वाली भारत की गीता का असली नाम हीरा है. जी हां, पहली बार गीता का असली नाम सामने आया है. गीता उर्फ हीरा के परिवार का कहना है कि उसका दस साल का एक बेटा भी है. गीता की पूरी कहानी जानकर किसी का भी दिल आसानी से पसीज जाएगा. गीता का बेटा अपनी मां को बुला रहा है. कराची में करीब दस साल से रहने वाली गीता के पूरे परिवार को आज तक ने ढूंढ निकाला है. गीता बेजुबान है, मगर उसका बेटाRead More