नागमणि की पार्टी ने भी तीसरा मोर्चा छोड़ा, करेंगे लालू-नीतीश का समर्थन
बिहार कथा. पटना। बिहार में राकांपा के तीसरा मोर्चा छोड़ने के दस दिनों के अंदर ही पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि की समरस समाज पार्टी :एसएसपी: ने भी आज गठबंधन छोड़ दिया और विधानसभा के शेष चरणों के लिए महागठबंधन को अपना समर्थन देने की घोषणा की है। एसएसपी अध्यक्ष नागमणि ने तीसरे मोर्चे का खाता भी नहीं खुलने की घोषणा करते हुए कहा, ‘‘हमारी पार्टी ने तीसरा मोर्चा छोड़ने की घोषणा की क्योंकि हमारा मानना है कि दूसरे चरण के मतदान के बाद भी उसका खाता नहीं खुलेगा। और मुलायम सिंह यादव की सपा और पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी भाजपा एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं। एसएसपी उन छह दलों में शामिल थी जिसने बिहार चुनावों के लिए तीसरा मोर्चा बनाया था। राकांपा ने 15 अक्तूबर को तीसरे मोर्चा छोड़ दिया। उसने मुलायम सिंह यादव के ‘‘भाजपा के समर्थन में बयानों’’ का हवाला देते हुए मोर्चा छोड़ा था। भाजपा को सत्ता में आने से रोकने की अपनी प्राथमिकताएं गिनाते हुए नागमणि ने घोषणा की कि चुनाव के शेष चरणों में वह महागठबंधन के लिए प्रचार करेंगे और अपने समर्थकों और जाति के लोगों :कुशवाहा: से अपील करेंगे कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के महागठबंधन को वोट दें। नागमणि ने कहा, मुझे विश्वास है कि धर्मनिरपेक्ष गठबंधन चुनावों में दो तिहाई बहुमत से जीत हासिल करेगा। यह पूछने पर कि दूसरे चरण के मतदान के बाद उन्होंने ऐसा निर्णय क्यों किया तो नागमणि ने कहा, मैंने दूसरे चरण के मतदान के बाद महसूस किया कि तीसरा मोर्चा काम नहीं कर रहा है। इसके नेता मुलायम सिंह यादव और पप्पू यादव भाजपा के लिए काम कर रहे हैं।
बिहार में ओबीसी कुशवाहा जाति के दिग्गज नेता जगदेव प्रसाद के बेटे नागमणि ने कहा कि उनकी पार्टी प्रसाद का समर्थन करेगी जिन्होंने पिछड़ों, दलितों और मुस्लिमों को सशक्त किया। उन्होंने प्रसाद पर भाजपा के ‘‘जंगलराज शासन’’ के बयान को खारिज करते हुए दावा किया कि राजद का 15 वर्षों का शासनकाल बिहार की राजनीति का ‘स्वर्ण युग’ था। एसएसपी प्रमुख ने कहा कि कुमार ने बिहार को विकास के पथ पर आगे बढ़ाया और उन्होंने :नागमणि: कभी किसी को धोखा नहीं दिया है और 2009 में कुछ कारणों से उन्होंने नीतीश कुमार कैबिनेट को छोड़ दिया था। कांग्रेस, भाजपा, जद यू, राजद और लोजपा सहित लगभग सभी पार्टियों में अपनी सेवा दे चुके नागमणि अरवल जिले के कुर्था से चुनाव लड़ रहे हैं जबकि उनकी पत्नी सुचित्रा सिन्हा समस्तीपुर जिला के मोरवा से मैदान में हैं। दोनों विधानसभा सीटों पर चुनाव हो चुके हैं। नागमणि ने कहा कि उनकी पार्टी के उम्मीदवार करीब एक दर्जन सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं जिनमें से चार से पांच सीटों पर आगामी तीन चरणों में चुनाव होने हैं।
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