‘तांत्रिक’ के शरण में नीतीश, विरोधियों को मिला नया हथियार

nitishtantrikबिहार कथा. पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक तांत्रिक से अपनी मुलाकात के एक वीडियो के सामने आने पर विवादों में पड़ गए और उनके प्रतिद्वन्द्वियोंंं को उन पर निशाना साधने का एक और हथियार मिल गया। प्रतिद्वन्द्वियों ने जदयू नेता पर निशाना साधते हुए दावा किया कि वे लालू प्रसाद से छुटकारा पाने के लिए तांत्रिक अनुष्ठान का सहारा ले रहे थे। वीडियो में आवाज हालांकि दबा दी गई है और इसमें नीतीश कुमार को तांत्रिक के साथ चारपाई पर बैठे दिखाया गया है जहां मोकामा से जदयू के उम्मीदवार नीरज कुमार भी मौजूद हैं। नीतीश और तांत्रिक के बीच बातचीत की ज्यादातर आवाजें सुनाई नहीं दे रही हैं लेकिन कुछ स्थानों पर तांत्रिक को नीतीश से यह पूछते सुना गया है कि उन्होंने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से हाथ क्यों मिलाया, साथ ही तांत्रिक को ‘नीतीश जिंदाबाद और लालू मुर्दाबाद’ कहते दिखाया गया है। तांत्रिक को नीतीश को आर्शीवाद देते और गले लगाते दिखाया गया है। इस वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा ने नीतीश और लालू पर निशाना साधा। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद से छुटकारा पाने के लिए नीतीश तांत्रिक से मिले थे।
लालू से जब इस वीडियो के बारे में पूछा गया तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा है कि वह खुद सबसे बड़े तांत्रिक हैं। गिरिराज सिंह द्वारा यूट्यूब पर जारी इस वीडियो में नीतीश कुमार के साथ तांत्रिक बाबा के कमरे में सांसद और नीतीश के बेहद करीबी आरसीपी सिंह और मोकामा से चुनाव लड़ रहे नीरज कुमार सिंह मौजूद हैं। वीडियो में हालांकि न तो तांत्रिक बाबा की न ही नीतीश की आवाज स्पष्ट आ रही है। सिर्फ बीच बीच में इतनी आवाज आ रही है तांत्रिक बाबा की, नीतीश जिंदाबाद और लालू मुदार्बाद। इस वीडियो के माध्यम से गिरिराज सिंह ने यह साफ नहीं किया है कि यह वीडियो कब का है। वैसे सूत्र बताते हैं कि ए वीडियो 2014 का है जब नीतीश लोकसभा चुनाव में जदयू की हार के बाद सीएम पद से हटकर जीतन राम मांझी को बिहार का मुख्यमंत्री बना दिया था।
लालू के खिलाफ षड्यंत्र के लिए तांत्रिक के पास गए नीतीश: नीतीश के तांत्रिक से मिलने वाले वीडियो पर वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा, साल पुराना हो या नया, जब स्थिति बिगड़ती है तो तंत्र मंत्र से फर्क नहीं पड़ता। बाबाओं के पास तो बहुत लोग जाते हैं लेकिन सहयोगियों के खिलाफ षड्यंत्र करने के लिए नहीं जाते। अरुण जेटली भी बिहार चुनाव पर पटना में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।






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