चंपारण में गठबंधनों की जमीन खोद रहे बागी

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विभेष त्रिवेदी.मुजफ्फरपुर, 

चंपारण की कई सीटों पर बागी प्रत्याशी और पूर्व विधायक गठबंधनों की जमीन खोद रहे हैं। पार्टी ने जिनका टिकट काट लिया, उनमें से कई ने निर्दलीय या अन्य छोटे दलों के टिकट पर नया मोर्चा खोल दिया। अपनी-अपनी ‘बिरादरी’ के दम पर कूदने वाले बागी, एनडीए और महागठबंधन को बड़ी चुनौती दे रहे हैं। हालांकि ये सीधी लड़ाई में नहीं हैं, फिर भी ये जिस गठबंधन की जमीन काटेंगे उसे बड़ा झटका देंगे। पश्चिमी चंपारण में नौ और पूर्वी चंपारण में 12 सीटें हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में इन 21 में से 10 सीटें जीतकर भाजपा ने अपना गढ़ बनाया था। एनडीए गठबंधन के तत्कालीन सहयोगी जेडीयू को आठ तथा भाजपा की पृष्ठभूमि वाले निर्दलीय को तीन सीटें मिली थीं। पश्चिमी चंपारण में जहां भाजपा को चार और जेडीयू को तीन सीटें मिली थीं, वहीं पूर्वी चंपारण में भाजपा के हिस्से में छह व जेडीयू के पांच सीटें आई थीं। सिकटा व लौरिया के निर्दलीय विधायक दिलीप वर्मा और विनय बिहारी तथा पूर्वी चंपारण में ढाका के निर्दलीय विधायक पवन कुमार जायसवाल इस बार भाजपा उम्मीदवार हैं। हालांकि अलग-अलग लडे़ राजद व कांग्रेस का पिछले चुनाव में चंपारण में खाता नहीं खुला था, परन्तु नौ सीटों पर राजद व दो पर कांग्रेस ने सीधी टक्कर दी थी।

दोनों के साथ जेडीयू का महागठबंधन बनने से इस बार एनडीए को चंपारण की हर सीट पर कड़ी टक्कर मिल रही है। पश्चिमी चंपारण में जेडीयू-कांग्रेस चार-चार व राजद एक सीट पर लड़ रहे हैं। एनडीए की ओर से भाजपा आठ सीटों पर और वाल्मीकिनगर से रालोसपा लड़ रही है। पूर्वी चंपारण में राजद आठ, जेडीयू तीन व कांग्रेस एक सीट पर लड़ रही है। यहां एनडीए की ओर से भाजपा 10 सीटों पर, गोविंदगंज से लोजपा व नरकटिया से रालोसपा चुनाव लड़ रही हैं।

कई विधानसभा क्षेत्रों में बागियों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनावी समीकरण गड़बड़ कर दिए हैं। पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद कुशवाहा, पूर्व मंत्री श्याम बिहारी प्रसाद, गोविंदगंज से जेडीयू विधायक मीना द्विवेदी, बगहा से जेडीयू विधायक प्रभात रंजन सिंह व वाल्मीकिनगर के जेडीयू विधायक राजेश सिंह, चिरैया के पूर्व विधायक अवनीश कुमार सिंह और पूर्व विधायक यमुना यादव के बेटे मनोज कुमार यादव का टिकट कटने से चंपारण का चुनावी समीकरण रोचक हो गया है।

पश्चिमी चंपारण के वाल्मीकिनगर में जेडीयू विधायक राजेश सिंह और भाजपा के धीरेन्द्र प्रताप सिंह बागी प्रत्याशी हैं। नरकटियागंज में भाजपा विधायक रश्मी वर्मा की बगावत से तीसरा कोण बन रहा है। लौरिया में पूर्व राजद प्रत्याशी शंभु तिवारी सपा के टिकट पर मैदान में हैं। स्टिंग ऑपरेशन में फंसे राज्य सरकार के मंत्री अवधेश प्रसाद कुशवाहा का टिकट कटने से नाराजगी का प्रभाव पूर्वी चंपारण की कई सीटों पर हो सकता है।

भाजपा के केंद्रीय नेता पर साजिश का आरोप है। पूर्वी चंपारण के रक्सौल में पूर्व जेडीयू विधायक श्याम बिहारी प्रसाद बागी प्रत्याशी हैं। चिरैया में पूर्व विधायक अवनीश कुमार सिंह तीसरा कोण बना रहे हैं। कल्याणपुर में पूर्व विधायक यमुना यादव के पुत्र मनोज कुमार यादव बागी उम्मीदवार हैं। नरकटिया में पूर्व कांग्रेसी उम्मीदवार सोनू कुमार बागी बन गए हैं। from hindustan






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