पप्पू यादव की पार्टी में शामिल हुए लालू के साले सुभाष यादव
पटना। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के छोटे साले सुभाष यादव पप्पू यादव की जनअधिकार पार्टी (जेएपी) में शामिल हो गए। मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव की उपस्थिति में सुभाष यादव एक ‘मिलन समारोह’ में जेएपी में शामिल हुए। सुभाष यादव के साथ लोजपा के राज्य महासचिव लल्लन सिंह, जद यू विधायक मीना द्विवेदी समेत कई दूसरे दलों के नेता भी जेएपी में शामिल हुए। कांग्रेस और जदयू के कुछ नेता भी जेएपी में शामिल हुए हैं। जेएपी बिहार विधानसभा चुनावों में तीसरे मोर्चे में शामिल पार्टी है। सुभाष यादव ने बाद में पीटीआई से कहा कि सामाजिक न्याय की लड़ाई को मजबूत करने के लिए उन्होंने पप्पू यादव से हाथ मिलाया है। उन्होंने कहा, मैं पप्पू यादव को बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहता हूं।
राजद के 1990 से 2005 तक 15 वर्षों के शासनकाल में सुभाष यादव और उनके बड़े भाई साधु यादव दो प्रमुख चेहरे हुआ करते थे। राबड़ी देवी के तीन भाइयों में सबसे छोटे सुभाष ने 2010 में राजद छोड़ दी थी और पिछला विधानसभा चुनाव वह विक्रमगंज सीट से लड़कर हार गए थे। साधु यादव भी अब प्रसाद के साथ नहीं हैं और उन्होंने अपनी पार्टी गरीब जनता दल सेक्यूलर शुरू की है। बहरहाल सुभाष यादव ने लालू के खिलाफ कुछ नहीं कहा और उन्हें अपना गार्जियन और राजनीतिक गुरु बताया लेकिन उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर आलोचना की और कहा कि दस वर्षों तक उन्होंने यादव जाति को नुकसान पहुंचाया और अब यादव वोट के लिए लालू प्रसाद से हाथ मिला लिया है। मिलन समारोह को संबोधित करते हुए जेएपी प्रमुख पप्पू यादव ने राजद प्रमुख की आलोचना करते हुए कहा कि उनकी राजनीति परिवार की खुशी से आगे नहीं जाती।
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