Sunday, September 6th, 2015
बेरोजगार युवकों को नई राह दिखा रहे नरेश
सुधीर कुमार. फतेहपुर (गया) फतेहपुर प्रखंड के सुदूर दक्षिणी इलाके में जंगलों की गोद में बसा है पिछड़ी जाति का एक गांव रंगुनगर। यहां अभावों के सपनों का अंकुर साकार हो रहा है। पहाड़पुर में रेलवे में इलेक्ट्रिशियन की नौकरी करनेवाले नरेश कुमार भारती ने जो चार साल पहले सपना देखा था, वह अब साकार हो चला है। अपनी तनख्वाह का एक हिस्सा खर्च करके नरेश बेरोजगार युवकों को पढ़ाने में जुटे हैं। नरेश ने कठिन रास्ता उस समय चुना, जब रंगुनगर गांव के छात्र गरीबी की मार से उबर नहींRead More
बिहार में मल्लाह, नोनिया अनुसूचित जनजाति में शामिल
पटना। राज्य सरकार ने दो प्रमुख जातियों को तोहफा दिया है। शनिवार को हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में मल्लाह की सभी उपजातियों व नोनिया जाति को अनुसूचित जन जाति (एसटी) में शामिल कर लिया गया। राज्य सरकार इन जातियों को अनुसूचित जन जाति (आदिवासी) में शामिल करने के लिए केंद्र सरकार को अनुशंसा भेजेगी। साथ ही जेलों में बंद कैदियों की बेहतर भोजन व्यवस्था के लिए राशि बढ़Þा दी है। एक कैदी पर रोज अब 50 रुपए 84 पैसे की जगह 88 रुपए 38 पैसे खर्च होंगे। प्रधान कैबिनेट सचिवRead More
सीवान : झाड़ू ले अवैध शराब कारोबारियों पर टूटीं महिलाएं और खदेड़ भगाया
दिघवारा/सीवान. नया गांव थाना क्षेत्र के शोभेपुर गांव की महिलाएं 5 सितंबर को झाड़ू लेकर अवैध शराब कारोबारियों पर टूटी और उन्हें खदेड़ भगाया। मही नदी के किनारे चल रहे इस अवैध कारोबार के अड्डे पर दर्जनों महिलाएं पहुंचीं। कारोबारियों को खदेड़ा और उनकी झोपड़िया उजाड़ नदी में फेंक दिया। गांव की इन महिलाओं को कहना था कि कई सालों से नदी के इस तट पर अवैध शराब का कारोबार वर्षों से चल रहा है। उनके परिवार के पुरुष शराबखोरी में बर्बाद हो रहे हैं। कमाई घटिया शराब में उड़ाRead More