सीटों के बंटवारे में अब जिले स्तर पर बढ़ा तनाव

bihar electionराजद व जदयू की दावेदारी में कांग्रेस को मिलेगी हिस्सेदारी:
सुशील कुमार सिंह.छपरा,
जिले के दोनों महत्वपूर्ण गठबंधनों के लिए सीटों का पेच सुलझाना फिलहाल आसान नजर नहीं आ रहा है। महागठबंधन में सीटों का बंटवारा दलीय आधार पर राज्य स्तर पर तो हो चुका है, लेकिन एनडीए में अभी राज्य स्तर पर ही सीटों के बंटवारे के लिए कसरत चल रही है। राज्य स्तर पर सीटों के बंटवारे के बाद ही जिले में अलग-अलग दलों के लिए सीटें चिह्न्ति होंगी, यह भी तय है। वैसे महागठबंधन की पटना में स्वाभिमान रैली होने के बाद अब जल्द ही सीटों को चिह्न्ति करने का प्रयास तेज होगा, इसका कयास लगाया जा रहा है। वैसे सीटें चिह्न्ति होने के बाद एक बार फिर दलबदल का दौर तेज होगा, इसकी अटकलें भी लगाई जा रही हैं।
महागठबंधन में राजद व जदयू की दावेदारी के बीच कांग्रेस को हिस्सेदारी मिलेगी या नहीं, यहां यह सवाल महत्वपूर्ण बना हुआ है। 2010 में कांग्रेस की ओर से जिले के सभी दस विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारे गए थे। इनमें सबसे बेहतर प्रदर्शन तरैया में हुआ था और यहां कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही थी। तब तीन बार विधायक रह चुके तारकेश्वर सिंह कांग्रेस के उम्मीदवार थे। हालांकि अब वे पार्टी छोडम् भाजपा में शामिल हो चुके हैं। दूसरा सबसे बेहतर प्रदर्शन गडम्खा में हुआ था और यहां चार बार विधायक रह चुके रघुनंदन मांझी तीसरे स्थान पर रहे थे। इसलिए यदि कांग्रेस को कोई सीट मिलती है तो तरैया या गडम्खा में से ही कोई संभव है। वैसे तरैया में जदयू व राजद की भी अपनी-अपनी मजबूत दावेदारी है। गडम्खा में भी राजद की मजबूत दावेदारी है। ऐसे में यह भी संभव है कि कांग्रेस को कोई सीट न मिले।
एकमा, बनियापुर, अमनौर, मढमरा पर भी एनडीए में पेच: लोजपा की दावेदारी मांझी, एकमा व अमनौर पर है। रालोसपा की दावेदारी मांझी व मढमरा और हम की दावेदारी बनियापुर व मांझी पर है। हालांकि इन सभी सीटों पर भाजपा की ओर से भी मजबूत दावेदारी बनी हुई है। इसलिए एनडीए के सहयोगियों को कितनी और कौन-कौन सीटें मिलेंगी, यह अभी भविष्य के गर्भ में है।
मांझी में विधायक के पाला बदलने से राजद को सीट
मांझी में जदयू के सीटिंग विधायक गौतम सिंह के पाला बदल रालोसपा में शामिल होने से यह सीट राजद को मिल सकती है। हालांकि राजद अपने पूर्व प्रत्याशी को ही मैदान में उतारेगा या फिर नए की तलाश करेगा, इस पर से अभी पर्दा उठना शेष है।
परसा में अब भी फंसा है महागठबंधन का पेच
परसा में जदयू और राजद के बीच अब भी पेच फंसा हुआ है। परसा में जदयू के सीटिंग विधायक छोटेलाल राय को उम्मीद है कि महागठबंधन का टिकट उन्हें ही मिलेगा, लेकिन राजद नेता व पूर्व मंत्री चंद्रिका राय राजद से मजबूत दावेदारी जता रहे हैं। यादव बहुल यह क्षेत्र राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के लिए खासा अहम है। लिहाजा यहां भी पेच फंसा हुआ है। एनडीए के लिए मांझी में सबसे ज्यादा मुश्किलें हैं। यह जिले की इकलौती सीट है, जहां एनडीए में शामिल चारों दलों की दावेदारी है। इनमें भाजपा, रालोसपा, लोजपा व हम के दावेदार अपनी-अपनी दावेदारी कर रहे हैं। from livehindustan.com






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