पार्टी सेवा पर भारी रिश्तेदारी
पटना। विधानसभा चुनाव को लेकर राजद में दलीय निष्ठा पर रिश्तेदारी भारी पड़ रही है। टिकट को लेकर आपाधापी में हर नेता एक दूसरे से आगे निकलना चाहता हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने अपने बेटे-बेटी व रिश्तेदारों को टिकट दिलाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। सूत्रों के अनुसार राजद के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुनाथ झा ने तो अपने बेटे को टिकट नहीं मिलने का संकेत मिलते ही पार्टी छोड़कर सपा का दामन थाम लिया। वे अपने बेटे को शिवहर से टिकट दिलाने के लिए प्रयासरत थे। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद अपने दोनों बेटों तेजप्रताप व तेजस्वी को विधानसभा चुनाव में उतारने की पहले ही घोषणा कर चुके हैं। तेजप्रताप यादव को महुआ व तेजस्वी यादव को राघोपुर से प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा है। वहीं, दानापुर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ चुकी बेटी डॉं. मीसा भारती को दानापुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों की मांग पर वहां से चुनाव मैदान में उतार सकते हैं। मीसा भारती लगातार दानापुर क्षेत्र का भ्रमण भी कर रही हैं।
दूसरी पंक्ति के नेताओं में टिकट दिलाने की होड़:
पार्टी की दूसरी पंक्ति के नेताओं में अपने पुत्र-पुत्रियों एवं रिश्तेदारों को टिकट दिलाने को लेकर होड़ मची है। इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव अपने भाई विजय प्रकाश यादव को जमुई से टिकट दिलाना चाहते हैं। अली अशरफ फातमी अपने पुत्र फराज फातमी को दरभंगा के केवटी विधानसभा क्षेत्र से टिकट को लेकर प्रयासरत हैं। पूर्व मंत्री सुरेंद्र यादव अपने पुत्र विश्वनाथ प्रताप यादव को गया टाउन से चुनाव मैदान में उतारना चाहते हैं। दूसरी ओर, पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हीना शहाब सीवान से टिकट की प्रबल दावेदार हैं, तो छपरा से उदित राय अपने बेटे अमरनाथ राय को टिकट दिलाने की कोशिश कर रहे हैं।
इनके अतिरिक्त पूर्व सांसद व मंत्री सीताराम यादव अपने बेटे दिलीप यादव को सीतामढ़ी इलाके में ही चुनाव मैदान में उतारने को तैयार हैं। दिलीप यादव पूर्व में राजद कोटे से विधान पार्षद भी रह चुके हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता विनोद श्रीवास्तव अपनी पत्नी को मोतिहारी टाउन से तो मो तस्लीमुद्दीन अपने बेटे को अररिया से चुनाव लड़ाने को लेकर टिकट की उम्मीद लगाए बैठे हैं। पूर्व विधायक रणबीर यादव अपनी पहली पत्नी पूनम यादव को जहां जदयू से टिकट की आस में हैं तो दूसरी पत्नी कृष्णा यादव को राजद से टिकट दिलाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रदेश राजद के प्रधान महासचिव व पूर्व मंत्री मुंद्रिका सिंह यादव अपने बेटे सुदय यादव को कुर्था या जहानाबाद से टिकट दिलाकर चुनाव मैदान में उतारना चाहते हैं।
युवाओं को 50% टिकट की घोषणा से होड़ मची
लालू प्रसाद द्वारा युवा नेताओं को 50 प्रतिशत टिकट देने की घोषणा के बाद से बेटे-बेटियों व रिश्तेदारों को टिकट दिलाने की होड़ और तेज हो गई है। पार्टी के अन्य नेताओं में भी इसको लेकर अच्छी खासी प्रतियोगिता चल रही है। युवा नेताओं की जमीनी पकड़, उनके पारिवारिक बैकग्राउंड व चुनाव लड़ने की क्षमता का आकलन करने के बाद ही पार्टी नेतृत्व कोई ठोस निर्णय लेगा। तेजस्वी यादव पार्टी के युवा नेताओं व पदाधिकारियों की कमान संभाल रहे हैं। तेजस्वी यादव के अनुसार पार्टी में 1990 की दौर वाली बातें अब नहीं हैं। पार्टी युवा चेहरों को लेकर भविष्य की रणनीति तैयार कर रही है, ताकि 60 प्रतिशत युवा मतदाताओं का वोट हासिल कि या जा सके। पार्टी नई सोच व बिहार के विकास को लेकर जनता के सामने जाना चाहती है।
स्क्रीनिंग करेगी युवा राजद की कोर कमेटी
पार्टी में युवा नेताओं की टिकट दावेदारी की स्क्रीनिंग युवा राजद की कोर कमेटी करेगी। इसकी कमान तेजस्वी यादव संभालेंगे। इसमें पूर्व सांसद व युवा राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक मेहता, पूर्व विधायक व प्रदेश युवा राजद अध्यक्ष शिवचंद्र राम शामिल हैं। युवा राजद अपनी अनुशंसा पार्टी नेतृत्व को सौंपेगा। इसके बाद अंतिम रूप से टिकट के बंटवारे को लेकर निर्णय किया जाएगा। इसको पार्टी में तेजप्रताप व तेजस्वी के राजनीतिक कद को बढ़Þाने की कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पहले भी कह चुके हैं कि उनकी विरासत उनके बेटे ही संभालेंगे। ऐसे में युवा नेताओं को आगे कर पार्टी तेजप्रताप व तेजस्वी यादव को आगे लाने की कोशिश कर रही है। from livehindustan.com
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