पढ़िये जीत हार का विश्लेषण जो लफ्फाजी नहीं,आंकड़ों पर आधारित है

बिहार में चुनाव की उलटी गिनती जारी है. पार्टियों की हार-जीत का आधार उनका वोट बैंक होता है ऐसे में आइए देखें कि किसका कितना वोट बैंक है. और इस बार किसकी क्या संभवाना है

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गौरव अरण्य का विश्लेषण

महागठबंधन

इस गठबंधन के तीन प्रमुख दल है, जदयू, राजद और कांग्रेस। 2014 लोकसभा के चुनाव में विभिन्न पार्टियों को प्राप्त मत के अनुसार जदयू को 16.04% , राजद को 20.46% और कांग्रेस को 8.54% वोट बैंक है। इस तरह महागठबंधन का वोट बैंक कुल मिलाकर 45.04% हो जाता है।

अब महागठबंधन में शामिल पार्टियों के वोट बैंक की स्थिति को देखते हैं।

राजद का बैंक ?
राजद की स्थिति की बात करें तो देखते है कि 2010 विधानसभा चुनाव, मतलब “नितीश लहर” में 18.84% वोट प्राप्त किया था जो 2014 के लोकसभा चुनाव, मतलब “मोदी लहर” में 20.46% हो गया। नितीश लहर, मोदी लहर और एंटी कांग्रेस के बावजूद राजद के वोट बैंक में लगभग 2%  प्रतिशत कि यह बढ़त, इस विधानसभा चुनाव में राजद के लिए आशा की किरण है. उसे उम्मीद है कि अब न मोदी लहर है और दूसरे नीतीश के साथ होने से उनका वोट कटने के बजाये बढ़ेगा.

जदयू का वोट बैंक
जदयू ने 2010 विधानसभा में 22.58% वोट प्राप्त किया था, जो 2014 लोकसभा में यह घट कर 16.04% रह गया। मतलब जदयू को बीजेपी से अलग होने के बाद 6% वोट का नुकसान हुआ ।

2014 का लोकसभा चुनाव में  मोदी का साथ छोड़ने के कारण जदयू के प्रति लोगो का गुस्सा आसमान पर था, इसका खामियाज़ा जदयू को उठाना पड़ा और जदयू 22 लोकसभा सीट से 2 सीट पर सिमट गई। ऐसे में 2014लोकसभा चुनाव में मिले 16.04 वोट नीतीश के समर्थक है जिनका आज भी नीतीश के नेतृत्व पर पूर्ण विश्वास है।

कांग्रेस का वोट बैंक
कांग्रेस ने अपना 8.58 का वोट  प्रतिशत 2010 के विधानसभा से 2014 के लोकसभा तक बनाये रखा है।

एनडीए का वोट बैंक
एनडीए के चार प्रमुख दल है, बीजेपी , लोजपा, रालोसपा और हम। इनमे 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 29.86% वोट , लोजपा को 7.50% और रालोसपा को 3% वोट प्राप्त हुए। इस तरह एनडीए का कुल39.46% वोट बैंक है।

एनडीए में शामिल पार्टियों के वोट बैंक

बीजेपी 

बीजेपी की बात करे तो 2010 के विधानसभा चुनाव से 16.49 से लोकसभा चुनाव 2014 में अपना वोट 29.81% कर लिया जो बिलकुल डबल हो जाता है। बीजेपी के वोट में एंटी मनमोहन वोट कितना है यह देखना होगा। क्योंकि यहाँ नितीश का दमदार चेहरा है जो बीजेपी के एंटी मनमोहन वोट को वापस लेने का माद्दा रखते हैं। ऐसे में बीजेपी के वोट प्रतिशत में कमी बीजेपी के खेल को आसानी से बिगाड़ सकता है।

लोजपा और रालोसपा

लोजपा को  2010 विधानसभा चुनाव में 6.70% वोट प्राप्त हुआ लेकिन 2014 के लोकसभा में बीजेपी के सपोर्ट के बाद भी अपने वोट प्रतिशत बढ़ा ना सकी और 6.50% वोट पर सब्र करना पड़ा।

रालोसपा का कितना वोट बैंक ?
रालोसपा 2014 लोकसभा में  3% वोट प्राप्त हुआ।

“हम” का कितना वोट बैंक ?
“हम” का वोट बैंक कितना होगा यह देखना होगा, चूँकि इस पार्टी का कोई पुराना कोई रिकॉर्ड नहीं है।

नतीजा :
इस तरह हम देखते है की महागठबंधन का यह 45.04% वोट मजबूत है और महागठबंधन को बढ़त दिला सकती है। यदि 2010 के जदयू+बीजेपी के प्राप्त मत को देखें तो यह 39.07% था, मतलब महागठबंधन के वर्तमान 45.04% वोट से 6% से कम । जहाँ 39.07% वोट पर  जदयू+बीजेपी ने 243 में 206 सीटें जित ली थी, ऐसे में महागठबंधन के वोट बैंक में यह बढ़त एनडीए के लिए चुनौती साबीत हो सकता है।

यहाँ पर एक अहम् आकड़ा यह है की 2010 विधानसभा चुनाव में एनडीए ने 39.07% वोट प्राप्त किया वहीँ 2014 लोकसभा चुनाव में  39.46 % वोट प्राप्त हुआ है, यानी एनडीए के वोट प्रतिशत में कोई भी वृद्धि नहीं हुई है। वैसे में महागठबंधन का  45.04% का जादुई आकड़ा कुछ और ही बयान कर रहा है।

from : http://naukarshahi.in/archives/24908






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