बिहार की चुनावी जंग में बीजेपी के बाहरी कमांडर

Anant with dharmendra pradhanरवीश तिवारी. पटना/नई दिल्ली।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने चुनावी जंग की तैयारी के सिलसिले में बिहार को चार क्षेत्रों में बांटकर हर क्षेत्र का जिम्मा एक वरिष्ठ नेता को दिया है। इनमें से तीन बिहार से बाहर के हैं। बीजेपी के चुनाव प्रचार से जुड़े नेताओं ने बताया कि  चार चुने गए नेता बीजेपी में बिहार के इंचार्ज और महासचिव भूपेंद्र यादव के अलावा केंद्रीय मंत्रियों अनंत कुमार और धर्मेंद्र प्रधान के तहत काम करेंगे। इन चार नेताओं को जुलाई के पहले सप्ताह में चुना गया था। तब से वे अपने इलाकों में जमे हुए हैं।
नेताओं ने बताया कि पिछले विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने बाहरी नेताओं को बिहार में तैनात किया था, लेकिन इतनी तैयारी पहली बार दिख रही है। इस नई रणनीति के तहत ही पीएम नरेंद्र मोदी की विधानसभा चुनाव के ऐलान से पहले होने वाली चार रैलियों की योजना भी बनाई जा रही है। bhupendra  yadavबीजेपी ने आरएसएस के प्रचारक रहे शिवनारायण को बिहार के उत्तर-पूर्व क्षेत्र का जिम्मा सौंपा है। उस इलाके में आरजेडी में विद्रोह की आवाज उठाने वाले पप्पू यादव और पूर्व केंद्रीय मंत्रियों मुहम्मद तसलीमुद्दीन और एमए फातमी का प्रभाव बताया जाता है।
उत्तर-पश्चिम बिहार का जिम्मा पवन शर्मा को दिया गया है। शर्मा दिल्ली के हैं और आरएसएस

PAWAN SHARMA

PAWAN SHARMA

से बीजेपी में आए हैं। वह इलाका आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद का इलाका तो है ही, वहां बाहुबली बताए जाने वाले मुहम्मद शहाबुद्दीन का भी असर है। आरएसएस से जुड़े रहे और झारखंड में संगठन का काम देखने वाले राजेंद्र सिंह को दक्षिण पश्चिम बिहार की चुनावी जिम्मेदारी दी गई है। इसमें पटना और मगध डिवीजन आते हैं। दक्षिण पूर्व बिहार का जिम्मा सीआर पाटिल को दिया गया है। इसी इलाके में बिहार के सीएम नीतीश कुमार का गृह जिला नालंदा आता है। पाटिल गुजरात के नवसारी से बीजेपी सांसद हैं। वह भूपेंद्र यादव के साथ बिहार के को-इंचार्ज भी हैं।






Related News

  • मोदी को कितनी टक्कर देगा विपक्ष का इंडिया
  • राजद व जदयू के 49 कार्यकर्ताओं को मिला एक-एक करोड़ का ‘अनुकंपा पैकेज’
  • डॉन आनंदमोहन की रिहाई, बिहार में दलित राजनीति और घड़ियाली आंसुओं की बाढ़
  • ‘नीतीश कुमार ही नहीं चाहते कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले, वे बस इस मुद्दे पर राजनीति करते हैं’
  • दाल-भात-चोखा खाकर सो रहे हैं तो बिहार कैसे सुधरेगा ?
  • जदयू की जंबो टीम, पिछड़ा और अति पिछड़ा पर दांव
  • भाजपा के लिए ‘वोट बाजार’ नहीं हैं जगदेव प्रसाद
  • नड्डा-धूमल-ठाकुर ने हिमाचल में बीजेपी की लुटिया कैसे डुबोई
  • Comments are Closed

    Share
    Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com