Thursday, July 23rd, 2015

 

बिहार की सियासत में 'फैमिली फर्स्ट'

अरविंद शर्मा, पटना। बिहार की सियासत में वंशवाद कोई नई बात नहीं। मौका मिलते ही नेता अपनी विरासत संतान को सौंपने के लिए बेताब दिखते हैं। कुछ क्षेत्रीय दल तो परिवार की पार्टी बन गए हैं। इसमें जिसमें बेटा-बेटी और भाई-भतीजा के साथ समधी-समधिन के लिए भी जगह सुरक्षित रहती है। इसके बाद जगह बचती है, तो कार्यकर्ता स्थान पाते हैं। पार्टियों में परिवार को सबसे अधिक प्रमुखता मिलती है। इस चुनाव में भी बेटों, भतीजों, पत्नियों समेत नजदीकी रिश्तेदारों को टिकट देने और दिलाने के लिए लामबंदी शुरू होRead More


तो क्या बंद हो जाएगी सासामुसा चीनी मिल!

गोपालगंज। आर्थिक संकट से जूझ रही सासामुसा चीनी मिल अब बंद हो सकती है. इससे पहले प्रतापपुर चीनी मिल आर्थिक संकट को नहीं ङोल पाई और 28 जून को बंद हो गई. अब सासामुसा चीनी मिल पर भी बंदी के संकट मंडराने लगे हैं. चीनी मिल प्रबंधन अपनी संपत्तियों को बेचने की फिराक में पड़ा है.  खुफिया जानकारी मिलने के बाद डीएम कृष्ण मोहन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. डीएम ने एसडीओ रेयाज अहमद खां तथा जिला ईख पदाधिकारी उमेश सिंह के नेतृत्व में टीम का गठनRead More


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