Wednesday, July 22nd, 2015
चुनाव होगा बिहार में, मालामाल होगा चीन
अगर भारतीय कुटीर उद्योग इस चुनावी चुनौती को स्वीकार करने में समर्थ होता तो हमारी सरकार देश के हजारों करोड़ रुपए को चीन जाने से रोक सकती थी। अफसोस कि खरीदारी में सभी राजनीतिक पार्टियों के लोग शामिल हैं, लेकिन किसी ने इसे राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाया। एक आकलन के अनुसार पिछले साल लोकसभा चुनाव में केवल बिहार में ही चीन निर्मित प्रचार सामग्रियों का बाजार एक हजार करोड़ रुपए को पार कर चुका था। इस बार विधानसभा चुनाव के लिए इन प्रचार सामग्रियों के स्टॉकिस्ट से लेकर वितरक तकRead More
पूंजी व तकनीक से मैनेज होगा चुनावी इवेंट
सुविज्ञ दुबे. पटना। पूंजी और तकनीक के मेल से पैदा होने वाली चमक ने सभी दलों को जबर्दस्त तरीके से अपनी तरफ आकर्षित किया है। पिछले लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी इसकी सबसे बड़ी पैरोकार रही। इसका उसे सबसे ज्यादा फायदा भी मिला। अब कोई भी राजनीतिक पार्टी चूकना नहीं चाहती। चुनाव को बड़े फलक पर ‘इवेंट’ के तौर पर लेने की मानसिकता ने ‘मैनेजमेंट कंपनियों’ का भी रास्ता साफ किया और राजनीतिक दल इनकी सेवाएं लेने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे। जदयू इस बार लोकसभा केRead More
मास्टरी छोड़ अब विधायक बनने चले गुरुजी
दीनानाथ साहनी.पटना। जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे ही इसके अलग अलग रंग दिखाई देने लगे हैं। कई मास्टर साहब (शिक्षक नेता) भी इस दंगल में दमखम दिखाने को तैयार हैं। वैसे कुछ गुरुजी पहले भी विधायक बन चुके हैं तो कई को मंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने का भी मौका मिला है। मजे की बात यह कि कई मास्टर साहब लंबे अरसे से विधायक बनने का सपना तो पाले हैं लेकिन उन्हें अबतक चुनाव लड़के का ही मौका नहीं मिला। इस बार भी इतिहास दोहराया जाRead More
समाजसेवा से मुंह मोड़ रही राजनीति
संजय सिहं, भागलपुर। पहले राजनीति को समाजसेवा का पर्याय समझा जाता था। लोग समाजसेवा के जरिए राजनीतिक गलियारों में पैठ बनाते थे। ए बड़े नेताओं के इर्द-गिर्द रह कर लोगों की छोटी-मोटी मदद करते थे। इसी से उनकी पहचान बनी थी। बाद में राजनीतिक रूप से सक्षम होने के बाद ए अपने खर्च से स्कूल, कॉलेज, धर्मशाला आदि के निर्माण की भी पहले करते थे। लेकिन, अब राजनीति समाजसेवा से मुंह मोड़ रही है। राजनीतिक गलियारे में जातिवाद और धनबल का बोलबाला हो गया है। पूर्व बिहार के मुंगेर मेंRead More