मास्टरी छोड़ अब विधायक बनने चले गुरुजी

Indian-Political-Partiesदीनानाथ साहनी.पटना। जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे ही इसके अलग अलग रंग दिखाई देने लगे हैं। कई मास्टर साहब (शिक्षक नेता) भी इस दंगल में दमखम दिखाने को तैयार हैं। वैसे कुछ गुरुजी पहले भी विधायक बन चुके हैं तो कई को मंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने का भी मौका मिला है। मजे की बात यह कि कई मास्टर साहब लंबे अरसे से विधायक बनने का सपना तो पाले हैं लेकिन उन्हें अबतक चुनाव लड़के का ही मौका नहीं मिला। इस बार भी इतिहास दोहराया जा रहा है। कई मास्टर साहब अपने मूल पेशे को छोड़ विधायक बनने की राह पर हैं। ऐसे मास्टर साहब अभी से चुनाव लड?े की तैयारियों में जुट गए हैं। ऐसे कई मास्टर साहब ने अपने लिए जगह भी खोज ली है और अब उसपर अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं। राजनीतिक दलों से टिकट भी मांगे जा रहे। मजेदार यह कि मास्टर साहब अपने शिष्यों से गुरुदक्षिणा में मदद मांग रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि जिन दलों से यह मास्टर साहब जुड़े हैं वो उन्हें अपना उम्मीदवार बनाते भी हैं या नहीं। जो पहले से ही विधायक हैं, उन्हें अपने दल पर पूरा विश्वास है कि इस बार भी उन्हें टिकट जरूर मिलेगा। चुनावी दंगल में विश्वविद्यालय शिक्षकों की खास रुचि है। कमोवेश हर यूनिवर्सिटी में ऐसे मास्टर साहब जरूर मिल जाएंगे जो चुनावी दंगल में कूदने की तैयारी में हैं। पटना विश्वविद्यालय और मगध विश्वविद्यालय में ऐसे मास्टरों की संख्या ज्यादा है।
बताया जा रहा है कि पटना विश्वविद्यालय के साइंस कॉलेज के प्रोफेसर डॉ.रामजतन सिन्हा जहानाबाद सीट से चुनाव लड?े की तैयारी में हैं। वे तीन बार विधायक रह चुके हैं। बीएन कालेज के भूगर्भ शास्त्र के प्रोफेसर रामबलि सिंह पहली बार चुनावी दंगल में ताल ठोकने की तैयारी में हैं। लंबे अरसे से राजनीति में सक्रिय सिंह को अभी तक चुनाव लड़ने का अवसर नहीं मिला। पटना कॉलेज के समाजशास्त्र विभाग के प्रोफेसर डॉ. रणधीर कुमार सिंह भी चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। पटना विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के महासचिव रह चुके प्रो.सिंह शिक्षक राजनीतिक में अरसे सक्रिय हैं। वे 1990 में कांग्रेस के टिकट पर मीरगंज से चुनाव लड़ चुके हैं। तब उन्हें हार मिली थी।
बीएन कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. नंदलाल पासवान भी चुनाव लड?े की तैयारी में हैं। सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से बिहार विधान परिषद के सदस्य रह चुके प्रो.चन्द्रमा सिंह रघुनाथपुर सीट से अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं। इसी तरह प्रो.अनिल कुमार भी चुनावी अखाड़े में दमखम दिखाने को तैयार हैं। वे महिषी सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। मगध विश्वविद्यालय (बोधगया) के कई मास्टर चुनावी दंगल में कूदने का मन चुके हैं। पूर्व में विधायक एवं मंत्री रह चुके प्रो.बिनोद कुमार यादवेन्दु राजद के टिकट पर चुनाव लड?े की तैयारी में हैं। प्रो.सुरेन्द्र यादव भी चुनाव में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। वे पहले भी विधायक व मंत्री रह चुके हैं।
गंगा देवी महिला कॉलेज की शिक्षक प्रो.उषा सिंह वर्तमान में हिलसा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। वे इसी क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी हैं। वे पंचायत स्तर पर निरंतर अपने समर्थकों के साथ बैठकें कर रही हैं। पूर्व मंत्री और भाजपा नेत्री प्रो.सुखदा पाण्डेय भी चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। वर्तमान में वह विधायक हैं। मगध महिला कॉलेज की प्रो.सुहैली मेहता परवत्ता सीट से चुनाव लड़के के लिए तैयारी कर रही हैं। इस प्रकार देखें तो बड़ी तादाद में शिक्षक नेता एवं नेत्री बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने के लिए अभी से जी-जान से जुटी हैं।






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