नीतीश का एलान, अगली बार बनी सरकार को बंद होगी शराब, मांझी ने बताया चुनावी हथकंडा
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को एलान किया है कि अगली बार उनकी सरकार बनी तो बिहार में शराब बंद कर दी जायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें जितना समझ में आया उन्होंने पिछले नौ सालों में काम किया है. अब आगे क्या होना चाहिए वह जानना चाहते हैं. इसके लिए बढ़ता रहे बिहार कार्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं. सीएम ने कहा कि बिहार में हमने शिक्षा पर जोर दिया. इसके लिए पोशाक योजना, साइकिल योजना समेत अनेक योजनाओं को शुरू किया गया जिससे स्कूलों में छात्रओं की संख्या में इजाफा देखने को मिला. आज इसकी चर्चा इंग्लैंड तक पहुंच गयी है. उधर, शराब बंद करने को लेकर मुख्यमंत्री की घोषणा को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने चुनावी हथकंडा करार देते हुए कहा कि नीतीश कुमार ऐसा वोट के लिए कर रहे हैं.
समाज कल्याण विभाग की ओर से आज ग्राम वार्ता : राज्यस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने जैसे ही अपना संबोधन खत्म किया, कुछ महिलाओं ने शराब बंद करने को लेकर आवाज उठायी. महिलाओं ने कहा शराब के कारण उनका घर बरबाद हो रहा है. शराब पीकर लोग मर रहे हैं. शराब खोरी नहीं होनी चाहिए और यह बंद होनी चाहिए. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फिर खड़े हुए और कहा कि महिलाएं जो कुछ बोल रही है यह अच्छी बात है. अगली बार सत्ता में आयेंगे तो शराब को बंद करवा देंगे. सीएम की इस घोषणा की महिलाओं ने तालियां बजा कर स्वागत किया.
कुछ लोगों को परिवर्तन नजर नहीं आता
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें जितना समझ आया उन्होंने अपने नौ वर्ष के कार्यकाल के दौरान उतना किया है. अब अगले 10 सालों में 2025 तक बिहार में क्या होना चाहिए. लोगों की राय के अनुरूप ही विकास की कार्ययोजना बनेगी. सरकार का लक्ष्य है कि विजन डाक्यूमेंट तैयार करना है. बिहार और बेहतर बने यह सरकार का लक्ष्य है. इसमें महिलाएं भी अपने क्षेत्रों में आये अधिकारियों को अपनी राय दें. अपनी बात जरूर कहें. जनता की इच्छा के अनुसार जनता की सेवा हो यह उनका लक्ष्य है. उन्होंने कहा, लोगों के सामाजिक, मानसिकता, सोच में बदलाव आया है. भाजपा का नाम लिये बगैर नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोगों यह परिवर्तन नजर नहीं आता है. लोगों ने आंखों में पट्टी बांध ली है. उन्हें कुछ नहीं दिख रहा है.
बिहार के गांव से पहल, चर्चा इंग्लैंड तक
सीएम ने कहा कि बिहार में हमने शिक्षा पर जोर दिया. पोशाक योजना शुरू की तो मिडिल स्कूलों में छात्रओं की संख्या बढ़ी, फिर हाइ स्कूल में साइकिल योजना शुरू की गयी. पहले 44 लड़कियां और 56 लड़के हुआ करते थे, लेकिन अब यह आंकड़ा लगभग बराबर है. इस साल नौंवी की क्लास की 8,15,837 लड़कियों को साइकिल की राशि मिलेगी, जबकि 8,28,347 लड़कों को साइकिल की राशि मिलेगी. हाइ स्कूल में लड़का-लड़कियों में 13 हजार से कम का अंतर है. यही कारण है कि बिहार के गांव से शुरू हुई पहल की चर्चा इंग्लैंड तक पहुंच गयी है.
वोट के लिए ऐसा कर रहे नीतीश : मांझी
शराब बंद करने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की घोषणा को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने चुनावी हथकंडा करार दिया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ऐसा वोट के लिए कर रहे हैं. जब शराब पर प्रतिबंध लगाना था तो अभी से क्यों नहीं लगा दी? अगली बार आने का क्यों इंतजार कर रहे हैं. शराब बंद होनी चाहिए. शराब का लाभ दूसरे रूप से प्राप्त किया जा सकता है. मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार की बातों पर उन्हें भरोसा नहीं है. पिछले साल छात्रवृत्ति-पोशाक योजना की राशि देने के लिए 75 फीसदी उपस्थिति की अनिवार्यता को 55 से 60 फीसदी करने की बात कही तो विभागों द्वारा अड़ंगा डाल दिया गया. मांझी ने कहा कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए, नीतीश कुमार के रहते बिहार में निष्पक्ष विधानसभा चुनाव कराना संभव नहीं है. इसको लेकर वे चुनाव आयोग के सामने बात करेंगे और 16 जुलाई को आयोग जायेंगे. from prabhatkhabar
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