हिंदू के घर आई मुस्लिम की बरात

marrage hindu mushlim in biharपूर्णिया. हिन्दू-मुस्लिम, जाति बंधन भावनाओं से बड़ी नहीं, बल्कि इंसानियत बड़ी है, इबादत जहां करें। और इसे कर दिखाया है पूर्णिया के एक हिंदू तथा एक मुस्लिम परिवार ने। एक मुस्लिम परिवार की लड़की सब्बो, जिसकी उम्र महज चार वर्ष की थी और उसके मां-बाप उसे छोड़ चले गए। सहायक थाना अंतर्गत झंडा चौक निवासी उपेंद्र गुप्ता ने उसे पाला-पोसा और 24 साल की हो जाने के बाद उसकी शादी माधो पाड़ा के राजाबाड़ी मोहल्ले के एक मुस्लिम लड़के से ही मुस्लिम रीति-रिवाज से कर दी। लड़के की तरफ से मुस्लिम बाराती थे और लड़की की तरफ से हिंदू सराती थे, जिन्होंने वर पक्ष का स्वागत किया।
वहीं, दूसरी और माधोपाड़ा के 85 वर्षीय शहाबुद्दीन चाचा ने दो अंधे और बहरे हिंदू भाई-बहन बोदू और कुमारी बद्री को 20 वर्षों से अपने आशियाने में रखे हैं। दोनों भाई-बहन की उम्र 40 वर्ष के लगभग है और पिता रघु, जो मोची का काम करता था, 1993 में चल बसा और पत्नी mearige_hindu muslim in bihar1994 में स्वर्ग सिधार गई। तब से आज तक शहाबुद्दीन चाचा ने ही इनका जिम्मा संभाल रखा है। पर इन्हें फिक्र इस बात की हो रही है कि मेरे बाद इन्हें संभालेगा कौन। समाजसेवी नियाज काश्मी कहते हैं कि इनका घर इंसानियत का मंदिर और मस्जिद है, जहां इनके एक-एक आवश्यकता की पूर्ति होती है।






Related News

  • लोकतंत्र ही नहीं मानवाधिकार की जननी भी है बिहार
  • भीम ने अपने पितरों की मोक्ष के लिए गया जी में किया था पिंडदान
  • कॉमिक्स का भी क्या दौर था
  • गजेन्द्र मोक्ष स्तोत्र
  • वह मरा नहीं, आईएएस बन गया!
  • बिहार की महिला किसानों ने छोटी सी बगिया से मिटाई पूरे गांव की भूख
  • कौन होते हैं धन्ना सेठ, क्या आप जानते हैं धन्ना सेठ की कहानी
  • यह करके देश में हो सकती है गौ क्रांति
  • Comments are Closed

    Share
    Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com