बिहार की तालिबानी पंचायत, प्रेमी जोड़े को जिंदा जलाया
गया/पटना. एक प्रेमी जोड़े को बिरादरी की पंचायत ने जिंदा जलाने का फरमान सुनाया। दोनों को पहले लाठियों से पीटा गया। जब वे बेसुध हो गए तो एक ही चिता पर फूंक डाला। गया जिले के वजीरगंज थाना के अमैठा गांव में सरेआम सजा देने की यह कार्रवाई करीब तीन घंटे तक चली। पुलिस जब तक पहुंची, चिता की आग ठंडी हो चुकी थी। मारा गया युवक उस गांव का दामाद था, जहां यह सब हुआ। लड़की भी उसी गांव की थी। उम्र 16 वर्ष थी। जिंदा जलाने का फरमान सुनाने वाली पंचायत में लड़की के परिजन भी शामिल थे। मृतक जयराम की पत्नी व परिजन मौके पर थे लेकिन असहाय। हत्या का नंगा नाच देखने को विवश। जयराम वजीरगंज के कसियाडीह गांव का रहने वाला था और तीन बच्चों का बाप था। कसियाडीह और अमैठा की दूरी 11 किमी है।
वजीरगंज थाने के जिस अमैठा गांव में पंचायत लगाकर प्रेमी युगल को मौत की सजा सुनाई गई, वहां इसमें शामिल लोगों ने किसी भी हालात से निबटने के लिए पहले से व्यवस्था कर रखी थी। उनमें शामिल लोगों के पास अवैध असलहे थे, जिससे उनका विरोध करने का साहस गांव के अन्य लोग नहीं जुटा पाए। यही वजह रही कि लड़के की ससुराल के परिवार वाले भी कुछ नहीं कर पाए। प्रेमी युगल चीखते रहे। लोगों ने उन्हें जला दिया। उसकी पत्नी जब तक थाने पहुंची, तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था।
प्रेमी युगल को गांव से 500 गज की दूरी पर ले जाकर वंशी नाला बधार के पास जिंदा जलाया गया। घटनाक्रम के दौरान असलहे से लैस लोग पहरेदारी करते रहा। अमैठा टोले मे महादलित और यादव जाति के करीब एक सौ घर हैं। चालीस से पचास महादलित परिवार को आशंका थी कि दूसरे वर्ग के लोग पंचायत के निर्णय में बाधा उत्पन्न कर सकते हैं। इसी से वे हथियारों से लैस थे।
नाराज थी बिरादरी, पंचायत में महिलाएं भी थीं मौजूद
प्रेमी जोड़े को पीटकर अधमरा करने के बाद जिंदा जलाने के मामले में महिलाओं और पुरुषों की समान भूमिका रही। गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि तीन दिन पहले से फरार जोड़े से यहां का महादलित समाज खासा नाराज था। पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी क्षुब्ध थीं। यही कारण है कि पंचायत में महिलाएं भी काफी संख्या में शरीक हुई थीं। एक ही समुदाय के प्रेमी युगल की सजा पर करीब सौ की संख्या में उपस्थित समाज के लोगों ने मुहर लगाई। आधी आबादी ने पुरुषों का बढ़Þ-चढ़कर साथ दिया। वजीरगंज थाना में दर्ज प्राथमिकी में आठ महिलाओं और सात पुरुषों को नामजद किया गया है।
पुलिस कह रही पहले मारा, फिर जलाया
गया के एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि यह घटना आॅनर किलिंग की है। घरवालों ने लड़की की हत्या के बाद दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया। मृत लड़की की चाची को गिरफ्तार किया गया है। अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। वहीं, वजीरगंज डीएसपी मनोज कुमार सुधांशु ने बताया कि लोगों ने प्रेमी युगल को पहले पीट कर मार डाला और शवों को जला दिया।
मुंह खोलने को तैयार नहीं ग्रामीण
वजीरगंज के अमैठा गांव में प्रेमी युगल की हत्या के बाद सन्नाटा पसरा है। गांव के लोग मुंह खोलने को तैयार नहीं हैं। एसएसपी मनु महाराज ने गांव पहुंचकर महिलाओं से जानकारी लेने का प्रयास किया तो महिलाओं का एक ही जवाब था- हमें कुछ पता नहीं। वहीं, गांव के महादलित वर्ग के पुरुष फरार हो गए हैं।
ससुराल से शुरू हुआ था प्रेम प्रसंग
प्रेम प्रसंग की शुरुआत तब हुई थी, जब जयराम अपनी ससुराल अमैठा आने-जाने के क्रम में अपने ही साले की बेटी से प्यार करने लगा। कसियाडीह का जयराम अपनी ससुराल अमैठा बीते दिन आया था और इसके बाद दोनों फरार हो गए।
पत्नी ने कहा: निर्दोष थे मेरे पति
मृतक जयराम मांझी की पत्नी शकुंतला देवी ने प्रेम प्रसंग में हत्या के शिकार हुए पति को निर्दोष बताया। शकुंतला के अनुसार, उसके पति ने फोन कर कहा था कि वह लड़की के साथ एक रिश्तेदार के घर पर है और बुधवार को सुबह में लौट जाएगा। वहीं, लड़की ने भी अपने पिता को इसकी जानकारी दी थी।
पुलिस के हाथ लगी सिर्फ जली अस्थियां और राख
इस घटना की जानकारी के बाद गया एसएसपी मनु महाराज और वजीरगंज डीएसपी कई थानेदारों को लेकर घटनास्थल पर पहुंचे। लेकिन अब वहां पुलिस के लिए कुछ नहीं बचा था। चश्मदीद भी नहीं थे। बची थीं तो थोड़ी अस्थियां और राख। पुलिस इनकी एफएसएल जांच कराएगी।
तीन घंटे में सब कुछ खत्म
पंचायत के निर्णय को अंजाम तक पहुंचाने में तीन घंटे का समय लगा। फतेहपुर थाने के पहाड़पुर से 16 वषीर्या लड़की और 25 वर्षीय शादीशुदा युवक को अहले सुबह ही एक आॅटो से अमैठा के लोगों ने अपने कब्जे में लिया था। करीब सात बजे पंचायत लगी और दस बजे तक उन्हें जला कर खाक कर दिया गा था।
तीन दिन पहले ही भागे थे दोनों
गांव वालों ने बताया कि जयराम अपनी ससुराल अमैठा आया था। तीन रोज पहले साले की बेटी को लेकर फरार हो गया। लड़की से जयराम का प्रेम प्रसंग पहले से चल रहा था। लेकिन दोनों ऐसा कदम उठाएंगे, गांव वालों को इसका अहसास नहीं था। दोनों के भागने के बाद बिरादरी के लोग उनका पता लगाने लगे। जानकारी मिली कि दोनों फतेहपुर थाना के पहाड़पुर गांव में हैं और टेम्पो में बैठकर कहीं और भागने की तैयारी कर रहे हैं। गांव के लोगों ने दोनों को पकड़ा और उन्हें अमैठा ले आए। गांव की महादलित बस्ती में पंचायत बैठी। दोनों को मौत की सजा सुनाई गई। लाठी-डंडे से पिटाई के बाद जब दोनों अधमरे हो गए, तो गांव से ही सटे बंसीनाला के किनारे दोनों की चिता सजा दी गई।
जयराम की पत्नी थाने पहुंची, कहा-गांव वालों ने पति को मार दिया
इस सनसनीखेज वारदात की जानकारी मृतक जयराम मांझी की पत्नी शकुंतला देवी ने वजीरगंज थाना पहुंचकर पुलिस को दी। सूचना गया के एसएसपी मनु महाराज तक पहुंची। वह घटनास्थल की ओर कूच कर गए। एसएसपी ने इस मामले में संलिप्त ग्रामीणों को चिह्नित कर उनकी गिरफ्तारी का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि यह साफ तौर पर आॅनर किलिंग का मामला है। लड़की की चाची को पुलिस ने हिरासत में लिया है। लड़की के पिता समेत 15 लोगों के खिलाफ वजीरगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। नामजद लोगों में आठ महिलाएं और सात पुरुष हैं। सभी की गिरफ्तारी की कार्रवाई चल रही है।
Related News
DM को बुलाकर बोले सीएम नीतीश, छात्रा को 3 साल बाद भी क्यों नहीं मिली छात्रवृत्ति ?
पटना: जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में सोमवार को कुल 54 मामले पहुंचे। इनमेंRead More
जिला उपभोक्ता आयोग में भारतीय जीवन बीमा निगम पर किया जुर्माना
सिवान शिकायतकर्ता शिवजी प्रसाद हुसैनगंज जिला सिवान के निवासी हैं। इन्होंने जीवन बीमा निगम काRead More
Comments are Closed