दबंग और सिंघम से भी आगे बिहार का यह एसपी
नई दिल्ली/रोहतास
अपनी खास कार्यशैली के चलते हमेशा चचार्ओं में रहने वाले बिहार के आईपीएस शिवदीप लांडे फिर चचार्ओं में हैं। वर्तमान में रोहताश जिले के एसपी शिवदीप वामन लांडे ने क्षेत्र के अवैध स्टोन क्रेशरों के खिलाफ अभियान चलाया तो उनके अंदाज को देखकर हर कोई हैरत में पड़ गया। खनन माफियाओं पर कार्रवाई करने के लिए एसपी साहब खुद जेसीबी लेकर निकले और कई स्टोन क्रेशरों को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। उनकी इस कार्रवाई से खनन माफियाओं में खलबली मच गई। जेसीबी पर सवार एसपी ने एक-एक कर कई अवैध स्टोन क्रेशरों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। लांडे बिहार के उन चर्चित आईपीएस में से हैं जो अपनी ईमानदारी और दबंग कार्यशैली से आम जनता में खासे लोकप्रिय हैं। पटना के एसपी सिटी रहते हुए इनके कई किस्सों ने उन्हें वहां का हीरो बना दिया था। पटना के लोग आज भी उन्हें दबंग, सिंघम और रॉकस्टार कहते हैं।
रोहताश के एसपी शिवदीप वामन लांडे बदमाशों और अवैध कार्यों में लगे लोगों के खिलाफ अपने सख्त रुख के चलते काफी प्रसिद्ध रहे हैं। रोहताश जिले में अवैध स्टोन क्रेशरों की भरमार है। इसकी लगातार शिकायत होती रही है। इस पर एसपी लांडे पुलिस फोर्स लेकर खुद इन पर कार्रवाई करने पहुंच गए। फौजी ड्रेस में पहुंचे लांडे ने नगर पालिका की जेसीबी मंगाई और खुद उसे चलाने बैठ गए। जेसीबी चालक को भी उन्होंने साथ बिठाया और उसके बाद शुरू की स्टोन क्रेशरों पर कार्रवाई। एक-एक कर कई स्टोन क्रेशरों को जेसीबी से पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। लगभग एक घंटे चली कार्रवाई में एसपी ने जेसीबी का संचालन अपने हाथों में ही रखा। उनकी इस कार्रवाई से अवैध स्टोन क्रेशर संचालकों में हडकंप मच गया। कार्रवाई के बाद लांडे ने कहा यह कार्रवाई आगे भी जारी रखी जाएगी। क्षेत्र में अवैध खनन और स्टोन क्रेशरों को बिल्कुल भी पनपने नहीं दिया जाएगा।
अपने दबंग कारनामों से हमेशा चर्चा में रहते हैं लांडे
महाराष्ट्र में एक किसान परिवार में जन्मे लांडे 2006 बिहार कैडर के आईपीएस हैं। पटना में दोबार एसपी सिटी रहे लांडे वहां काफी लोकप्रिय हैं। उनकी दबंग और निष्पक्ष कार्यशैली के चलते लोग इन्हें दबंग और सिंघम कहते थे। खासकर युवाओं में वह काफी लोकप्रिय हैं, एक बार जब उनका ट्रांसफर दूसरी जगह किया गया तो युवाओं ने उनके पक्ष में आंदोलन कर दिया। पटना में एसपी सिटी का चार्ज संभालने पहुंचे तो अपनी कुर्सी यह कहते हुए बदलवा दी कि इस ऊंची कुर्सी से सामने बैठे लोग नीचे दिखाई देते हैं। एक बार एक अकेली लड़की की मनचलों से जान बचाकर भी वह लोगों में हीरो बन गए थे। जब लड़की के एक फोन पर वह अकेले उसे बचाने पहुंच गए। उन्हें देखकर आरोपी भाग निकले, जिन्हें उन्होंने तीन दिन में ढूंढ निकाला। पटना में तैनाती के दौरान ज्यादातर छात्र-छात्राओं के मोबाइल में लांडे का नंबर रहता था, जिसे वो जब चाहे मुसीबत पड़ने पर बुला सकते थे। हालांकि एक बार उन्हें उस समय आलोचना का भी शिकार होना पड़ा जब यूपी पुलिस के एक इंस्पेक्टर को उन्होंने घूस लेने के आरोप में अजीबोगरीब तरीके से हिरासत में ले लिया था। मामले में यूपी पुलिस की ओर से भी बिहार सरकार से आपत्ति दर्ज कराई गई थी। बहरहाल इन सबसे बेखबर लांडे अपनी शैली में आज भी अपने काम को अंजाम देने में लगे हुए हैं। from amarujala.com
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