विफरे शिक्षक, सरकार के खिलाफ नारेबाजी, बीआरसी केन्द्र पर तालाबंदी

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छपरा/जलालपुर/एकमा/बनियापुर/परसा/दिघवारा। बिहार राजकीयकृत प्राथमिक शिक्षक संघ के राज्य संघ के निदेर्शानुसार जिला इकाई सारण के द्वारा जिला समाहर्ता के समक्ष नियोजित शिक्षकों को वेतनमान देने हेतु एक विशाल धरना एवं प्रदर्शन संपन्न हुआ। जिसमें जिले के कोने-कोने से आए हजारों की संख्या में शिक्षक, शिक्षिकाओं ने भाग लिया। शिक्षकों का जत्था शिशु पार्क से निकलकर जुलूस की शक्ल में वेतनमान की मांग एवं सरकार विरोधी नारे लगाते हुए थाना चैक पहुंचा और वहां से नगरपालिका चैक पहुंचकर यह विशाल जुलूस सभा में परिवर्तित हो गया। जहां वे धरना पर बैठे गए और अपने मांगों के समर्थन एवं सरकार की शिक्षक विरोधी कार्रवाई के संबंध में अपनी बाते रखी। सभा की अध्यक्षता संघ के सारण जिला इकाई के अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सिंह ने की। जिला सचिव मंजीत कुमार तिवारी ने नियोजित शिक्षकों के लिए वेतनमान की मांग को जायज बताते हुए आंदोलन की विस्तृत रूप से चर्चा की। सभा में अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के महामंत्री उपेन्द्र नाथ पांडेय ने सभा को संबोेधित किया। मौके पर संघ के प्रदेश अध्यक्ष रमाशंकर गिरि एवं महासचिव तसौवर हुसैन ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर इम्तियाज आलम, नीरज कुमार, मिथलेश कुमार सिंह, मो. अजहरूल, अजीत कुमार सिंह, राजेश्वर राम, अमीता सिंह, रमीता कुमार, इसरफ जहां, माधुरी सिन्हा आदि शिक्षक नेता सहित भारी संख्या में शिक्षक, शिक्षिकाएं उपस्थित थे। साथ ही इस महाधरना को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष रामाशंकर सिंह ने बताया कि नियोजित शिक्षक अपनी मांगोंं के लिए मजबूती से सड़क पर आंदोलित है और राजकीयकृत प्राथमिक संघ स्कूलों में बंदी की घोषणा करता है। उधर बिहार राज्य परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्ष्क संघ का एक  एक सूत्री मांग वेतनमान के समर्थन में सारण जिला के सभी प्रखंड के विद्यालयों में तालाबंदी अभियान के अतंर्गत नियोजित शिक्षकों ने पठन-पाठन बंद कर अपने अपने प्रखंड के प्रखंड संसाधन केन्द्र जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, सर्वशिक्षा कार्यक्रमों मे तालाबंदी की।  उक्त कार्यक्रम का नेतृत्व समरेन्द्र बहादुर सिंह, राजेश कौशल, सुनील कुमार, विकाश कुमार, राजाजी राजेश सहित अन्य शिक्षका नेताओं ने किया। कार्यक्रम संचालन संतोष सुधाकर ने किया।  वहीं नियोजित शिक्षक संघ के बैनर  तले सैकड़ो की संख्या में शिक्षक बीआरसी कार्यालय गड़खा में उपस्थित हुए और बीआरसी कार्यालय में तालाबंदी कर कार्य को ठप किया तथा प्रखंड के सभी विद्यालयों को बंद कराया। महासंघ के नेताओं द्वारा प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपमहासचिव सह सारण जिला के प्रधान सचिव दिनेश सिंह द्वारा नियोजित शिक्षकों के आंदोलन के खिलाफ दिए गए बयान की कड़ी निंदा की गई। इस कार्यक्रम का नेतृत्व कमलेश्वर प्रसाद यादव एवं राकेश कुमार सिंह के द्वारा की गई। इस अवसर पर ओम प्रकाश सिंह, नवीन कुमार सिंह, विजय कुमार, कृष्णा कुमार, दिलीप कुमार सिंह सहित अन्य शिक्षकों ने भाग लिया।
जलालपुर प्रतिनिधि के अनुसार  प्रखंड के नियोजित शिक्षको ने वेतनमान के मांग के लिए प्रारंभिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में दर्जन भर से अधिक स्कूलों को बंद कराया। शिक्षक नेता दिलीप कुमार सिंह, जय प्रकाश सिंह, मिथलेश सिंह, हरिचरण राम सहित दर्जनों ने कोपा, मुसहरी, देवरिया सहित मीडिल स्कूलों और प्राथमिक विद्यालयों में पठन-पाठन अरूद्ध कराया। हालांकि प्राथमिक शिक्षक संघ से जुड़े कई शिक्षकों ने पठन-पाठन किया।
एकमा प्रतिनिधि के अनुसार बिहार राज्य परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ  के अध्यक्ष वंशीधर बृजवासी एवं जिला अध्यक्ष अमरेन्द्र बहादुर सिंह के आह््वान पर नगर और प्रखंड के सभी विद्यालय दूसरे दिन भी नहीं खुला एवं पठन-पाठन बंद रहा। जिससे शिक्षा व्यवस्था पुूरी तरह ठप हो चुका है। साथ ही मांझी प्रखंड के दर्जनों विद्यालयों में जा कर तालाबंदी कर दी। जिसको नितृत्व शिक्षक पवन कुमार एवं जलालुद्दीन की संयुक्त नेतृत्व में बी आर सी पर सैकड़ो शिक्षकों के साथ एक अहम बैठक कर आगे की रणनीति पर विचार एवं चर्चा हुई। जिसमें यह निर्णय लिया गया कि सरकार जब तक वेतनमान नहीं देती है। तब तक हम नियोजित शिक्षक हड़ताल पर रहेगें। सभी शिक्षकों ने संघ के रजिस्टर पर अपना-अपना हाजिरी बनाई। जिसकी अध्यक्षता एवं संचालन सुमन प्रसाद कुशवाहा ने किया। इस मौके पर शैलेन्द्र सिंह, सोनू सिंह, तारकेश्वर सिंह, संजय चैधरी, जितेन्द्र राय, रमेश सजल  निशा कुमारी आदि लोग उपस्थित थे।
बनियापुर प्रतिनिधि के अनुसार  बनियापुर प्रखंड में नियोजित शिक्षकों द्वारा हड़ताल के दूसरे दिन प्रखंड भी सभी विद्यालयों में तालाबंदी कर अपने वेतनमान के लिए प्रखंड मुख्यालय पहुंच कर एक सभा का आयोजन किया। जिसमें वक्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, शिक्षा मंत्री पी के शाही के विरूद्ध नारे बाजी की। वक्ताओं ने कहा नीतीश सरकार नियोजित शिक्षकों की हितौसी नहीं है। जब तक हमारी मांग समान कार्य के लिए समान वेतन तथा आवश्यक सेवा शर्तो को लागू नहीं करती है। तब तक विद्यालय नहीं जाएगेंं तथा हमारा आंदोलन जारी रहेगा। भारी संख्या में पहुंचे शिक्षकों ने बीआरसी भवन से प्रखंड कार्यालय डाक बंगला चैराहा होते हुए पुन: प्रखंड कार्यालय पहुंच कर अपनी मांग पत्र प्रखंड पदाधिकारी को अपना ज्ञापन सौपा। मौके पर विरेन्द्र सिंह, सुनील कुमार राय फिरोज अली, परमात्मा सिंह, बबिता कुमारी, सुलोचना सिंह, विनोद राय सहित सैकड़ो शिक्षक उपस्थित थे।  dighwara
परसा प्रतिनिधि के अनुसार प्रखंड के परिर्तनकारी शिक्षक संघ से जुड़े सदस्यों ने दूसरे दिन बीआरसी कार्यालय के समीप धरना पर बैठकर राज्य सरकार की जमकर आलोचना की। इस दौरान प्रखंड अध्यक्ष उमेश राय, बादल शर्मा, वियज कुमार, अनिल राय, संजय कुमार, प्रमोद कुमार सरोज कुमार, ब्रजेश सिंह आदि सैकड़ो शिक्षक उपस्थित थे।   दिघवारा प्रतिनिधि के अनुसार नियोजित शिक्षकों ने अपने संघ के आह्वान पर बीआरसी केन्द्र में तालाबंदी करते हुए विभिन्न विद्यालयों में पठन-पाठन ठप करा दिया। जिसके कारण प्रखंड क्षेत्र के सभी विद्यालय दूसरे दिन भी बंद रहा।

विवि में कर्मियों ने संभाला कार्य भार, हड़ताल समाप्ति के बाद खुलते ही विवि में बढ़ी चहलकदमी
छपरा। पिछले 18 दिनों से जय प्रकाश विवि के शिक्षकेतर कर्मचारियों द्वारा चलाई जा रहीं अनिश्चितकालीन  धरना के समाप्ति के पश्चात शुक्रवार से विवि विधिवत रूप से खुल गया। जहां कर्मचारी अपने-अपने कार्यालय कक्ष में बैठकर कार्यो का निष्पादन किया। वहीं विवि से जुड़े सभी पदाधिकारी भी पहुंचकर लंबित कार्यो को निष्पादन करने में गति प्रदान की। एक खुशनुमा माहौल के बीच जहां कर्मचारियों ने इस पूरे हड़ताल एवं इसकी समाप्ति की चर्चा करते रहे वहीं कर्मचारियों ने भी पदाधिकारियों के साथ कार्य करते विवि के कार्यो को निष्पादित करते रहे। विवि से जुड़े कई कर्मचारियो ने बताया कि अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर चले इस आंदोलन को जिला प्रशासन के पहल पर फिलहाल दस दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है। मगर पूर्ण विश्वास हैं कि कर्मचारियों के जायज मांगों के प्रति विवि प्रशासन अवश्य सकारात्मक कदम उठाएगी। कई कर्मचारियों ने बताया कि  विवि के स्थापना के बाद पहली बार लंबी हड़ताल के कारण विवि के कार्यो में बाधा अवश्य उत्पन्न हुई है। जिससे इंकार नहीं किया जा सकता, मगर लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत कर्मचारियों ने अपनी मांगों लेकर आंदोलन चलाया जो उनका अधिकार था। उधर गुरूवार को एसडीओ के पहल पर समाप्त हुए इस आंदोलन के बाद सभी कर्मचारियों ने शुक्रवार को अपने निर्धारित समय पर पहुंचकर कार्य भार संभाल लिया और छात्र-छात्राओं के समस्याओं के समाधान के प्रति तत्पर दिखे। उधर विवि में पहली बार एसआईएस से जुड़े सुरक्षा गार्डो ने जिम्मेवारी संभाल ली तथा विवि के प्रशासनिक मुख्य द्वार सहित अन्य गेटों एवं कार्यालयों के पास मुस्तैद दिखे।






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