लालू यादव ने किया जनता परिवार में आरजेडी के विलय का एलान, मुलायम को माना नेता
पटना. राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपनी पार्टी का जनता परिवार में विलय का एलान कर दिया है। रविवार को पटना में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में विलय की घोषणा करते हुए लालू ने समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव को अपना नेता माना है। इसके साथ ही उन्होंने जनता परिवार में मुलायम के नेतृत्व का पुरजोर समर्थन किया है।
पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए लालू ने कहा, ”आज देश में एक निशान और एक मोर्चे की जरूरत है, हम सबके नेता मुलायम सिंह यादव हैं। जनता परिवार के कार्यकर्ता सभी पार्टियों के विलय के बाद जनाधार बढ़ाने के लिए देश के हर हिस्स में जाएंगे और लोगों के सामने बीजेपी-कांग्रेस से इतर अलग राजनीतिक विकल्प रखेंगे।”
बीजेपी और केंद्र के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जदयू, आरजेडी और सपा जैसे दलों ने एक साथ आकर जनता परिवार को फिर से जीवित करने की योजना बनाई है। तीन महीने पहले ही इन पार्टियों के विलय की योजना थी, लेकिन नेतृत्व को लेकर बार-बार पेंच फंसता रहा है। पिछले 14 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर विलय की घोषणा होने वाली थी, लेकिन जदयू नेता नीतीश कुमार के अचानक बीमार पड़ जाने के कारण विलय पर अंतिम फैसला नहीं हो सका है। अपनी बेटी की शादी मुलायम सिंह के परिवार में करने के बाद मुलायम के प्रति लालू के रूख में नरमी आई है। बता दें कि दो साल पहले लालू को राष्ट्रीय परिषद की बैठक में आरजेडी ने राष्ट्रीय स्तर पर धर्मनिरपेक्ष व समान विचारधारा वाले दलों के साथ तालमेल, गठबंधन सहित किसी प्रकार के निर्णय के लिए अधिकृत किया गया था।
बीजेपी की तर्ज पर आरजेडी की बैठक में की गई हैं तैयारियां
हाल में ही बेंगलुरु में हुई बीजेपी की बैठक के तर्ज पर ही आरजेडी ने अपनी बैठक में तैयारियां की हैं। पटना के होटल मौर्या में कार्यकारिणी की बैठक हो रही है। इसमें 21 प्रदेशों के आरजेडी अध्यक्षों के साथ देशभर के ढाई सौ से अधिक नेताओं का जमावड़ा हुआ है। बीजेपी ने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मुख्य रूप से बिहार के चुनाव को लेकर योजना बनाई है, उसी तरह लालू भी अपने नेताओं को चुनाव के लिए तैयार रहने को कह रहे हैं। बता दें कि इसी हाल के अंत में बिहार में विधानसभा का चुनाव होने वाला है।
महाधरना में शामिल हुए थे कई पार्टियों के नेता
जनता परिवार के विलय की दिशा में कुछ महीने पहले हुए ‘महाधरना’ में लालू, नीतीश और मुलायम सिंह की पार्टी के अलावा तीसरे मोर्चे के कई अन्य नेताओं ने भी हिस्सा लिया था। जनता दल सेक्युलर (जदसे) के नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के दुष्यंत चौटाला और समाजवादी जनता पार्टी (सजपा) के कमल मोरारका ने भी महाधरना में शिरकत की थी। लालू ने याद दिलाया कि जनता परिवार अतीत में तीन गठबंधन सरकारें बना चुका है।
लालू ने पीएम के मुद्दे पर किया था मुलायम का विरोध
आज समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को अपना नेता मानने वाले लालू प्रसाद यादव कभी उनके धुर विरोधी रहे हैं। 1990 के दशक में मंडल आयोग के कारण मुलायम और लालू की राहें जुदा हो गईं थी। 1997 में संयुक्त मोर्चे की सरकार के दौरान लालू ने प्रधानमंत्री के रूप में प्रमोट करने के मुद्दे पर मुलायम यादव के नाम का विरोध किया था।
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